________________ - . . . . :: ::::: . . . . .. ....... . . .. - . . . - . . - . . ::::: : स्फिक्स की आकृति ... . . ... . . .. ... .. . . . . . .. . . . . . .. .. .. . ...... .. . . . ... . . . . .. . . .." सासन प्रकारान्तर 1 (स्फिंक्स की आकृति) हाथों को कंधों के नीचे रखने के बदले कुहनियों से नीचे का भाग हथेलियों की ओर से जमीन पर रखें। अन्तिम स्थिति में हथेलियों को बिना खिसकाये कुहनियों को सीधा करें। नये अभ्यासियों के लिए यह भुजंगासन का सरल रूप है। प्रकारान्तर 2 (सासन) पेट के बल लेट जाइये। हाथों को पीठ के ऊपर रख एक हाथ से दूसरे हाथ की कलाई पकड़ लीजिये। दोनों हाथों व पीठ के स्नायुओं को तानते हुए सीने को जमीन से ऊपर उठाइये तथा सिर को पीछे झुकाइये / शेष पूर्ण विवरण भुजंगासन की तरह है। 145