________________ भुजंगासन :::: :: ::: :::::::::::::::: भुजंगासन भुजंगासन - पेट के बल लेट जाइये तथा पैरों को सीधा व लम्बा फैला दीजिये / हथेलियों को कंधों के नीचे जमीन पर रखिये / माथे को जमीन से छूने दीजिये। . सावधानी से सारे शरीर को ढीला कीजिये / विशेष रूप से पीठ की मांसपेशियों को शिथिल कीजिये / धीरे - धीरे सिर को व कंधों को जमीन से ऊपर उठाइये तथा सिर को जितना पीछे की ओर ले जा सकें, ले जाइये। अभ्यासियों को हाथों की सहायता के बिना कंधों को केवल पीठ के सहारे ऊपर उठाने का प्रयत्न करना चाहिए। अब हाथों को काम में लाइये और धीरे-धीरे पूरी पीठ को ऊपर की ओर .' तथा पीछे की ओर झुकाते हुए गोलाकार करते जाइये; जब तक कि हाथ पूर्ण रूप से सीधे न हो जायें / उपरोक्त क्रिया करते समय इस बात का ध्यान रहे कि पीठ पर विशेष तनाव या अनावश्यक खिचाव न पड़ने पाये / शरीर को नाभि से ऊपर तक उठाइये / अंतिम स्थिति में आराम के साथ कुछ देर रुकिये; फिर धीरे-धीरे उपरोक्त क्रिया को विपरीत रूप में करते हुए पूर्व स्थिति में वापस लौटिये / 143