________________ तोलांगुलासन तोलांगुलासन तोलांगुलासन पद्मासन में बैठकर पीठ के बल लेट जाइये / हथेलियों को नितम्बों के नीचे रख लीजिये और धड़ को इस तरह उठाइये कि शरीर कुहनियों पर सध जाये। सिर, पैरों तथा धड़ को जमीन से और ऊपर उठाने का प्रयल कीजिये जिससे सारा शरीर केवल नितम्बों व हाथों पर सधा रहे। . . जालंधर बंध लगाइये / (विस्तृत विवरण के लिए आगे देखिये)। बिना तनाव के अंतिम स्थिति में कुछ देर रुकिये; फिर वापस आइये। . श्वास अंतिम स्थिति में श्वास लीजिये और जालंधर बंध लगाइये / पूर्व स्थिति में वापस लौटते समय श्वास बाहर छोड़ दीजिये। आवृत्ति इस आसन को 5 बार दुहराइये। . एकाग्रता श्वास रोकने की प्रक्रिया पर। लाम इस आसन से मोटापा दूर होता है। उदर व उससे संबंधित सभी भाग दोषरहित होते हैं। कंधे, पीठ व गर्दन मजबूत तथा पुष्ट होते हैं। सीना चौड़ा और मजबूत होता है। 140