________________ स्थिति 2 स्थिति 2: हस्त उत्तानासन . दोनों भुजाओं को सिर के ऊपर उठाइये / कंधों की चौड़ाई के बराबर दोनों भुजाओं में फासला रखिये / :: सिर और ऊपरी धड़ को थोड़ा सा पीछे झुकाइये / . मंत्र का उच्चारण कीजिये। श्वास . - भुजाओं को उठाते समय श्वास लीजिये। एकाग्रता * विशुद्धि चक्र पर। मंत्र . ॐ रवये नमः लाभ ___. आमाशय की अतिरिक्त चर्बी को हटाता और पाचन को सुधारता है। ... इसमें भुजाओं और कंधों की मांसपेशियों का व्यायाम होता है। 115