________________ स्थिति 1 स्थिति 1: प्रार्थना की मुद्रा विधि प्रार्थना की मुद्रा में पंजों को मिलाकर सीधे खड़े हो जाइये। पूरे शरीर को शिथिल छोड़ दीजिये। मंत्र का उच्चारण मौखिक अथवा मानसिक रूप से कीजिये / श्वास सामान्य / एकाग्रता अनाहत चक्र पर। मंत्र ॐ मित्राय नमः लाभ व्यायाम की तैयारी के रूप में एकाग्र एवं शान्त अवस्था लाता है। 114