________________ उष्ट्रासन उष्ट्रासन 1: उष्ट्रासन 1 विधि वज्रासन में बैठ जाइये / घुटनों के बीच में फासला रहे / एड़ियाँ नितम्बों के दोनों ओर रहे / पंजों का ऊपरी भाग जमीन पर रहे / अपने घुटनों के बल खड़े हो जाइये / धड़ को दायीं तरफ मोड़ते हुए पीछे को झुकिये और दायें हाथ से बाएँ पैर की एड़ी को पकड़िये। , अपनी बायीं भुजा पर ध्यान दीजिये जिसे लम्ब रूप में सिर के ऊपर रहना चाहिये तथा हथेली आगे की ओर; जब तक कि बायीं एड़ी पर दूसरी हथेली स्थिर न हो जाये। शरीर के ऊपरी भाग के भार को अपनी बायीं एड़ी पर पड़ने दीजिये। विपरीत दिशा में इसी प्रकार दुहराइये / श्वास घुटनों के बल उठते हुए श्वास लीजिये / बगल की ओर मुड़ते हुए श्वास छोड़िये / धड़ को मध्य स्थिति में लाते समय श्वास लीजिये /