________________ उष्ट्रासन.२ उष्ट्रासन 2 विधि उष्ट्रासन 1 की स्थिति में आ जाइये / घुटनों के बल खड़े हो पीछे झुक कर हाथों को एड़ियों पर रखिये / गर्दन तथा शरीर को जितना सम्भव हो, पीछे की ओर झुकाइये / ... घुटनों के बल सीधी स्थिति में लौट आइये / श्वास घुटनों के बल खड़े होते समय श्वास लीजिये / पीछे को झुकते समय तथा वज्रासन में बैठते हुए श्वास छोड़िये समय ... गतिशील अभ्यास के रूप में अधिक से अधिक 10 बार कीजिये / स्थिर आसन के रूप में 3 मिनट तक कीजिये / एकाग्रता आध्यात्मिक - विशुद्धि अथवा अनाहत चक्र पर / * शारीरिक - आमाशय, चुल्लिका ग्रंथि (थायरॉयड) या रीढ़ पर। . .. आगे की ओर झुक कर किए जाने वाले आसनों के बाद / लाम .. पाचन, मल-निष्कासन और प्रजनन-प्रणालियों के लिए लाभप्रद है। . यह पीठ के दर्द व अर्ध-वृत्ताकार झुकी हुई पीठ को ठीक करता है 91