________________ 13 14 15 चउ० 20 21 22 23 24, सार्धशतकनामप्रकरणम् बे प० उ० विशे०। / 25 - असं. प. उ. विशेः / ते 50 ज. विशे०। | 26 संयतस्य उ० स्थितिबन्धः संख्ये। ते अप० ज. विशे०। | 27 देशवि. ज. संख्य.। अप० उ० विशे०। 28 देशवि. उत्कृ. संख्ये। प० उ० विशे० / 26 अवि. प. ज. संख्ये। प. ज. विशे० / 30 अवि. अप. ज. संख्ये। चउ० अप० ज. विशेः / 31 अवि. अप. उ. संख्ये। चउ. अप.. उ०. विशे। | 32 अवि. प. उ. संख्ये। चउ. प. उ. . विशेः / 33 संज्ञि पंचे. प. ज. संख्ये. / असं. प. ज. संख्या। 34 संज्ञि पंचे. अप. ज. संख्येः / असं... अप... ज. विशे। / 35 संज्ञि पंचे. अप. उ. संख्ये. / असं... अप... उ. विशे। | 36 संज्ञि पंचे. प. उ. संख्ये. / बारस सुत्ते वुत्तो संभविभेया हवंति चउवीसं / तिम अमणे . विरएगो वीसं एगिदिविगलाणं // 103 / / . पढमो थोवो वीओ असंखगुणो सत्तगं विसेसहियं / / दसमो संखिज्जगुणो इक्कारसगं विसेसहियं // 104 // बावीसो संखगुणो तिनि विसेसाहिया तओ सेसा / एकारस संखगुणा छत्तीसा भंगपविभागा // 10 // पज्जत्तगो जहनो ततो अपज्जत्तगो जहन्नो' य / अपजत्तगमुक्कोसो ततो पज्जत्तगुकोसो // 106 / / सव्वाण वि पयडीणं उक्कोसं सनिणो कुणंति ठिई / एगिदिया जहन्नं असन्निखवगा य काणं पि // 83 // 107 / / वेउव्विक्कारसगं असन्निखबगाण तह य बावीसा / / , देसणजसविग्यावरणसायपुरिसुच्चसंजलणा // 18 // सव्वाणुकोसठिई असुभा सा जमइसंकिलेसेण / इयरा उ विसोहीए सुरनरतिरियाउए मोत्तु // 84 // 10 // सुहुमनिगोयाइखणे जोगो थोवो तओ असंखगुणो / बायरवियतियचउमणसनिअपजत्तगजहन्नो शा११०॥