________________ सङ्ख्यास्वरूपम् [4. "तं वग्गिय तिवारं"ति तं कप्पणाए सयं 100 / एक्कवारवग्गियं 10000 / बीयवारवग्गियं 100000000 / तइयवारवग्गियं 10000000000000000 / तह वि उक्कोसो न भवइ तओ दसपक्खेवा खिप्पंति / ते य इमे // 141 / 143 / / लोगागासपएसा 1 धम्मा२धम्मेश्गजीवदेसा य 4 / . . दवट्ठिया णिगोया 5 पतेया चेव बोधव्वा 6 // 142 // 144 // चउदसरज्जू लोगो, तस्स पएसा पढमं 1 / धम्मत्थिकायपएसा बीयं 2 / अधम्मस्थिकायपएसा तइयं 3 / एगजीवप्पएसा चउत्थं 4 ! 'दव्वट्ठिय'त्ति बायर-सुहुमनिगोयपज्जत्ता-ऽपज्जत्तगचउक्कसरीररासी पंचमं 5 / 'पत्तेय'त्ति पत्तेसरीरा ते य अट्ठावीसाए जीवट्ठाणेसु जीवरासी छ8६॥१४२॥१४४|| ठिबंधझवसाया 7 अणुभागा 8 जोगछेत्रपलिभागा 1 / दोराह य समाण समया 10 असंखपक्खेवया दस वि॥१४॥१४॥ "ठिइपंधझवसाय"त्ति कसायोदयभेया सत्तमं 7 / 'अणुभाग'त्ति, अणुभागबंधज्झवसाया अट्ठमं 8 / "जोगछेयपलिभाग"त्ति, जोगो जीवविरियं सो बुद्धीए छिज्जइ छिज्जमाणो छिज्जमाणो जाहे भागं न देइ ताहे सो जोगपलिभागो वुच्चइत्ति / ते य एगजीवस्स असंखेज्जाणं लोगाणं जावइया आगासप्पएसा तावइया अविभागापलिच्छेया दिट्ठा / उक्तं च"पण्णाछेयणच्छिण्णा लोगासंखेज्जगप्पएससमा / अविभागा एक्केक्के होंति पएसे जहण्णेणं // " / "दोण्ह समाण य समय"चि दोन्नि, ओसप्पिणीउस्सप्पिणीओ, तासिं जा समयरासी एस दसमो 10 / एए दस पक्खेवा पक्खित्ता तह वि उक्कोसं न भवइ / / 143 // 14 // पुण वग्गिए तिखुत्तो तम्मि भवे लहुपरित्तयाणंतं / / तो तत्तिवारायो तत्तिमित्त ठवसु रासी // 144 // 146 // तो पुन्वक्कमेण तिण्णि वारा वग्गिज्जइ / तओ उक्कोसं असंखेज्जासंखेजओ लंपिऊण . जहण्णे परिचाणंतए पडियं // 144 // 146 // ताणराणोरणब्भासे जुत्ताणतं जहणयं भवइ / एवइन अभवजिया रासिम्मि अवग्गिए तम्मि॥१४५॥१४७॥ कंठा // 145 / / 147 // जायमणंताणंतं जहणयं तं य वग्गसु तिवारं / तह विपरं तं न भवे, तो खिवसु इमे छ पक्खेवे // 146 // 14 //