________________ 38] सूक्ष्मार्थविचारसारप्रकरणे उवरिल्लठिईहितो घेत्तूणं पुग्गले उ सो खिबह / उदयसमयम्मि थोवा तत्तो उ असंखगुणियाउ / 1 // बीयम्मि खिवइ समए तइए तत्तो असंखगुणियाओ / एवं समए समए अंतमुहुत्तं तुजा पुन्नं // 2 // दलियं तु गिण्हमाणो पढमे समयम्मि थोवयं गिण्हे / उवरिल्लट्ठीहितो बीयम्मि असंखगुणियं तु // 3 // गिण्हइ समए दलियं तइए समए असंखगुणियं तु / एवं समए समए जो चरिमो अंतसमओ त्ति // 4 // सेढीय कालमाणं दोण्ह वि करणाण समहियं जाण। खिज्जइ सा उदएणं जं सेसं तम्मि पक्खेवो // 5 // सम्मत्तुप्पायगुणसेढीअधिकारो बृहत्सत्तरीचुण्णीओ उद्धरियो / सेसाण वि पाएणं एसा विही दलरयणाए / किंचि विसेसो वि संभाविज्जइ / सो य सुत्ताओ नायव्यो / एयगुणा पुण कमसो असंखगुणनिज्जरा जीवा | मिच्छदिट्ठीओ अविरओ विसुद्धयरो / अविरयाओ देसविरओ विसुद्धयरो / एवं अजोगिकेवली जाव / एवं निज्जरा वि कमसो असंखगुणिया य // 103 / / 107 // गुणट्ठाणगेसु जहण्णुक्कोसअंतरमाह पलियासंखंतमुहू सासणइयरगुणयंतरं हस्सं / मिच्छस्स बे छसट्ठी इयरगुणे पुग्गलद्धंतो // 104||108 // सासायणस्स अंतरं जहणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं / कहं 1 सासणचागाओ मिच्छत्तं गओ मिच्छत्ते नियमा सम्मत्त उव्वलेइ / उव्वलणसंकमेणं सो य पलिओवमस्स असंखेज्जइभागेणं उव्वलेइ / तओ सम्मामिच्छत्तं उव्वलेइ / छव्वीससंतकम्मिओ भवइ / तओ पुव्वकमेण करणं करित्ता कोइ सासणं गच्छिज्जा / एवं सासणस्स पलिओवमस्स असंखेजइभागं जहण्णं अंतरं / सेसाणं उवसंतं जाव अंतोमुहुत्तं जहण्णयं अंतरं दसण्हं / मिच्छदिद्विस्स उक्कोस अंतरं दो छावट्ठीओ सागरोवमाणं / इयरगुणे दस, तेसिं अंतरं उक्कोसं पुग्गलपरियट्टस्स-ऽद्धं देसोणं / / 104||108 // "पुग्गलपरियह" इति किं ? दवे खित्ते काले भावे चउह दुह बायरो सुहुमो / होइ अगांतुस्सप्पिणिपरिमाणो पुग्गलपरट्टो // 105 // 10 // ____दव्वओ पुग्गलपरियट्टो, खित्तओ पुग्गलपरियट्टो कालो पुग्गलपरियट्टो, भावओ पुग्गलपरियट्टो / एवं चउन्विहो / एककेक्को वि दुविहो, बायरो सुहुमो य / / 105 / / 106 // . तत्थ दव्वओ पुग्गलपरियट्टमाह उतणुमणवइपाणुत्तणेण परिणमिय मुयइ सव्वअणू / एगजित्रो भवमभिरो जत्तियकालेण सो थूलो // 106 // 110 // ओरालियसरीरं विउब्वियसरीरं तेयगसरीरं कम्मगसरीरं परिणामित्ताए मणत्ताए (वइत्ताए) ऊसासनाए परिणामित्ता य सबलोयपुग्गला एगेणं जीवेणं जत्तियकालेणं भयंतेणं मुक्का, सो वायरपरियट्टो // 106 // 110 //