________________ ठवणा सप्ततिकाभिधे षष्ठे कर्मग्रन्थे वेयगसम्मट्ठिी णिरयाभिमुहो वमेइ सम्मत्तं / तेण मुहुत्तं भिन्नं . उणनउई मिच्छसंता उ // (256) ____ संतढाणाण संखामाहआइतिए वीससयं उणवीसा तह य होइ चउपण्णा / बावन्ना वि य कमसो सत्ताठाणाई छण्हं पि // 210 // (257) [239] | बंधट्ठाणा | 23 | 25 26 / 28 | 26 | 30 | उदयट्ठाणा | | | | | | सत्ताठाणा | 40 40 | 40 | 16 | 54 | 52 | एगेगमेगतोसे एगे एगुदय अट्ठ संतम्मि / उवरयबंधे दस दस वेयगसंतंमि ठाणाइं / सूत्रम् 32 / / (258) [240].. इगतीसे बंधम्मी उदओ तीसन्ह तेणवइसत्ता / तह एगवंधि उदयं 30 संतवाणाई तहि अट्ठ // 211 // [241] जसकित्ति बंधु तीसन्ह उदय तह संतठाण अठे व / / (256) पढमा चउरो ठाणा ते चिय पत्तेय तेरसविहूणा / ' इय अट्ठ संतठाणा जसकित्तीबंधसंवेहो // 212 // (260[242] उवरयबंधे दस उदयठाण तह दस य संतठाणाई / चउवीसा पणवीसा छलसी अट्टत्तरी मुत्तु // 213 / / (261). [243] | बंधठा० | 31 | 10 | | उदय० 1 1 / 10 'ठवणा सत्ता० 1 वीसवीसा तीसा केवलिणो पुव्ववुत्त उदयाउ / सरसाससव्वरोहे नवअट्ठयअहियवीस अट्ठव // 214 / / (262) [244] दो दो य संतठाणा उणसी पन्नत्तरी य सव्वेसु / अट्ठोदयम्मि संतं ते चिय अट्ठव संतम्मि // 215 / / (263) [245] 1 इदं यन्त्र L D. प्रतावस्ति, J प्रतिप्रेसकोप्यां नास्ति /