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________________ नाम्नो बन्धस्थानभङ्गाः [1 // बादर चादर वा दर वादर बादर बावर बादर वादर बादर बादर बादर बावर बादर बादर बादर बाद पत्तेभ. पत्तेअ. पत्तेअ. पत्तेभ. पत्तम. पत्तेअ पत्तेभः पत्तेभ साधा-साधा साधा.साधा साधा साधा, सा. सा. थिर थिर थिर थिर अथिर अथिर अथिर अथिर थिर थिर थिर थिर भथिर अथिर अथिर मथिर सुम | सुम असुभ असुभ सुभ | सुभ असुभ असुभ सुभ सुभ असुभ असुभ| सुभ | सुभ असुभ असुभ जस अजस जस अजस जस अजस जस अजस जस अजस जस अजस जस अजस जस अजस सुहम सुहम सुहम सुहम सुहम सुहम सुहम सुहम सुहम सुहम सुहम सुहम सुहम सुहम सुहम सुहम पत्ते. पत्ते. पत्ते- पत्ते. पत्ते. पत्ते | पत्ते. पत्ते. सा. सा. सा. सा. सा. बा. सा. साः थिर थिर थिर थिर अथिर अथिराअथिर अथिर थिर थिर | पिर थिर अधिर भथिर अथिर अथिर सुन सुभ असुभ असुभ सुभ सुभ असुभ असुभ सुभ |सुम असुभ असुभ सुम सुम असुभ असुभ जस अजस जस अजस जस अजसा जस अजस जस अजस| जम अजस जस अजस जस मजस . - 'साहारणस्स वा सुहमस्स वा दोण्हं वा जसेण सह बंधो न भवइ। असमत्तमणुय [तह] बितिचउपणिदितिरियाण बंधि पणवीसे / असुहपयडीण जेणं न तेसि परियत्ति एक्केको // (141) असमत्तमणुयनितिचउपणिदितिरि पण्णवीसि तह पंच / असुभपयडीण जेणं न तेसि परियत्ति संभवइ // 106 // [130] उज्जोय-आयवेणं थिरसुभजससेयरेहि सोलसगं / उज्जोवेणं अट्ठ उ आयवपरियत्ति अट्ठेव // 107 / / (142) [131] : 1 अयं पाठ: L. D. प्रतावस्ति /
SR No.004404
Book TitleKarmgranth tatha Sukshmarth Vicharsar Prakaran
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVeershekharvijay
PublisherBharatiya Prachya Tattva Prakashan Samiti
Publication Year1974
Total Pages716
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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