________________ मोहनीयस्योदयस्थानमङ्गाः इगसंपरायवेयं जुयलन्नयरेण चउरउदओ उ / अप्पुव्वे भयकुच्छा एगदुगेणं च पण छक्क // 52 // (74) / इगवेयइगकसाए उदओ 'दोण्हं तु बायरकसाए / एक्कुदयवेयखीणे बायरसुहुमाण 'दोण्हं पि // 53 // (75) [69] "उदया इच्चाइ पए भणिया उवसंति तिन्नि संताओ / अडचउवीसउवसमे इगवीसं खंडसेटीए // 54 // (76) [70] बावन्नं 52 चउवीसा गुणठाण पडुच्च इत्थ उट्ठविया / बंधुदए पुण चत्ता 40 सामन्न पडुच्च उठेंते // (77) मोहनीयस्योदयस्थानानां भङ्गाःएक्कगछक्केकारस दस सत्तचउक्कइक्कगं चेव / एए चउवीसगया पारदुगिकम्मि एकारा ॥सू०-१८।। (81) [71] एईए विवरणं जंतगाहाओएगो "दसोदओ नवुदयचउर तह अड पंच सग छक्कं / छत्तिग पण दुग चउ एग हुन्ति उदएसु ठाणाई / / 5 / / (82) [72] दसगम्मि एग तिग पढमनवगि सेसेसु नवसु 3 एगेगं / पढमे अट्ठगि तिन्नि उ दुग दुग तिग एग चउवीसा // 56 // (83) [73] तिसु सत्तगेसु एगेग तिनी तिनि उ छटए एगा / "सव्वुदए चउवीसा, तह एग तिगं तिगं छदुगे // 57 // (84) [74] पणउदइ एग 1 बीयम्मि, तिन्नि चउरोदयम्मि एगा उ / बार दुगोदयभंगा एकोदय होंति एक्कारा // 8 // (85) [75] गुणठाणा मि.मि सा.मी.अवि. मि.सा मी.अवि. दे. मि-सा मी.अवि. दे.. सं. | उदयठाणा 106 TEE |8 8 8 8 87 7 7 7 7 . चउवीसिया 1 3 | 1 | 1| 1 |3|22| 3 || 1 | 1 | 1 | 3 |3| 1 ठवणा 1-2 "दुन्ह" इति L. D. प्रतौ / अयं पाठः J. प्रतिप्रेसकोप्यामस्ति, 3 "उदयाभावे वि वाहिजिते-"इइ सुत्ताओ मणिया उबसंते तिन्नि चेव संताओ” इति L.D. प्रतौ। 4 "दसोदउ नवोदय” इति वा। 5 "सव्वुदए ......छतिगे // इति J. प्रतिप्रेसकोप्याम् / “सत्तुदए" इत्यपि वा L. D. प्रतौ माति / तथा J. प्रतावपि स्यात् /