________________ षडशीतिनाम्नि चतुर्थे कर्मग्रन्थे [10 भव्व-अभव्वा खउवसम-खइय-उवसमिय-मीस-'सासाणा। मिच्छो य सन्नसन्नी आहारणहार इय भेया // 17 // (राम०) भव्वो अभव्वो 2 दारं / खाओवसमियं सम्म खाइयं सम्मत्तं उबसमियं सम्मत्तं सम्मामिच्छत्तं सासायणं मिच्छद्दिट्ठी 6 दारं / सण्णी असण्णी 2 दारं / आहारगो अणाहारगो 2 दारं // 17 // एए उत्तरभेया वावट्ठी, एएसु जीवट्ठाणा कस्स केत्तिया 1 तं भण्णइ सुरनरए सन्निदुगं नरेसु तइओ असन्निपजत्तो। तिरियगईए चउदस एगिदिसु आइमा चउरो // 18 // (राम०) देवगईए निरयगईए य दो जीवठाणा-सन्नी पज्जत्तगो अपज्जत्तगो य / मणुयगईए तिन्नि जीवट्ठाणा-सन्नी पज्जत्तगो अपज्जत्तगो असण्णी अपज्जत्तगो य / तिरियगईए चउदस, सव्वे सिं तिरियगइसंभवाओ / एगिदिएसु 'आहमा चउरो' सुहुम-बायरा पज्जत्तगा अपज्जत्तगा य // 18 // बितिचउरिंदिसु दो दो अंतिमचउरो पणिदिसु हवन्ति / थावरपणगे पढमा चउरो चरमा दस तसेसु // 19 // . (राम०) बेइंदिएसु दो-बेइंदिओ पज्जत्तगो अपज्जतगो य / तेइंदिएसु दो-तेइंदिओ पज्जत्तगो अपज्जत्तगो य / चउरिदिएसु दो जीवठाणा-चउरिदिओ पज्जत्तगो अपज्जत्तगो य / अंतिमचउरो पणिदिसु हवंति-असन्नी पज्जत्तगो अपज्जत्तगो य सन्नी पज्जत्तगो अपज्जत्तगो य.। 'थावरपणगे पढमा चउरो' त्ति पुढविकाइया आउकाइया तेउकाइया वाउकाइया वणस्सइकाइया थावरा पंच, तत्थ पत्तेयं पत्तेयं पढमा चउरो-सहुम-बायरा पज्जत्तगा अपज्जत्तगा य / 'चरमा' अंतिमा दस तसकाए, ते य इमे-बेइंदिया तेइंदिया चउरिदिया असन्निपंचिंदिया सन्नी य पज्जत्तगा, अपज्जत्तगा य / / 14 / / विगलतिअसन्निसन्नी पजत्ता पंच हुति वइजोगे। मणजोगे सन्निको पुमित्थिवेए चरमवउरो // 20 // (राम०) बेइंदिया तेइंदिया चउरिंदिया एए विगला, असन्निपंचिदिया सण्णिपंचेंदिया य पज्जता पंच जीवट्ठाणा वइजोगे हुंति / मणजोगे एगो सण्णी पज्जत्तगो। पुरिसवेए इत्थीवेए 1 "सासाणे" इत्यपि / 2 ""सिं सं०" इत्यपि पाठः /