________________ षडशीतिनाम्नि चतुर्थे कर्मपन्थे एस गुरुजीवरासी संखाई दंसणेण थोवाणं / तत्थ मयाणं मावा जीवविमिस्सा इमा नेया // 23 // एत्थेव मया बहवो थोवा जीवंति सन्त्रमयभणणा / मिस्सा इमा अजीवेहि होइ भासा उसच्चमुसा // 24 // सव्वं मयममयं वा, उमयं नियमेण वागरंतस्स / जं तत्थ विसंवइयं, तमुभयमिस्सं निएयव्यं // 25 // अण्णण पंडुपत्तेण वा वि मीसं तु मूलगाईयं / द अणंतभणणे साहारणभीसिया होइ / / 26 / / तं चेवुक्खयमेत्तं मिलाणममिलाणमेगरासिगयं / सव्वं परित्तमेयं, भणओ मिस्सा परित्तेण // 27 // तूरंतो अन्नजणं, विज्जते चेव दिवसकालम्मि। जाया निसा पयट्टसु वयओ अद्धाएँ मिस्सेय // 28 // पढमम्मि चेव जामे, रयणिए वासरस्स वा वेइ / जायं इयं निसीह, मज्झन्हो वा वि अद्धद्धा // 2 // इन्ही असच्चमोसा, तिण्हं पीमाण लक्वणा जोगा। नाऊण विगयदोसं, तिभासगातो पउंजंति // 30 // आमंतणि आणवणी, जायणि तह पुच्छणी य पन्नवणी / पच्चक्खाणी मासा, मासा इच्छाणुलोमा य।।३।। अणमिग्गहिया मासा, मासा य अभिग्गहम्मि बोधवा। संसयकरणी मासा, वोगडअवोगडा चेव // 32 // जीएँ पवित्तिनिवित्तीउ नेय जायंति भासियाए वि। संबोहमेत्तकरणी आमंतणिया भव भासा / 33 // . . आणवणी कज्जनिओयणाएँ तह मग्गण जायणिया / संदेहविगमहेउं, चोयणी पुन्छणी होइ॥३४॥ पाणिवहाओं नियत्ता, दीहाऊरूवगुणजुया हुंति। एवं विणेयवग्गस्स देसणा होइ पण्णवणी // 35 / / अण्णम्मि जायमाणे, पच्चक्खाणी न देमि भासते / तह चोयणा पडिच्छण ममऽणुमयमिणं ति अणु लोमा // 36 // . अभिधेयविगलसद्दो, हासपलावाइओणभिग्गहिया। धडपडगाई 'अत्थो विवेयमासा अभिग्गहिया // 37 // नाणा विहत्थगहणी, सिंघवसद्दो व्व संसयकरीओ। नरवत्थतुरयपभिईसु वच्चमाणा जहिच्छाए।३८ / सगडघडाइपसिद्धो, सद्दो सा वोगडा उ बोधव्वा / लल्लक्खरदुब्बोहा, अबोगडा होइ गंभीरा / / 36 / ' इति / तत्थ जोगा छसु अप्पजत्तएसु कम्मइगउरलमिस्सा दो। वेउब्बियमीसजुया सनिअपजत्तए तिन्नि // 6 // (राम०) सन्निअपज्जत्तगवज्जेसु छसु अपज्जत्तगेसु जोगा दो-कम्मइगं ओरालमीसं च। कम्मइगं विग्गहगईए पढमचरमविग्गहं मोत्तु, ओरालमिस्सं सरीरपज्जत्तीए अपज्जत्तगस्स / A सण्णिअपज्जत्तगस्स तिन्नि वेउव्वियमीसं 1 ओरालियमिसं 2 कम्मगं 3 च, जओ देवनेरइया सन्निणो उप्पत्तिकाले वेउव्वियमीसा // 6 // बिंति अपजत्ताण वि तणुपज्जत्ताण केइ ओरालं / बायरपजत्ते तिन्नि उरलवेउब्वियदुगं च // 7 // (राम०) पज्जत्तीओ छ होति / तं जहा-'आहारपज्जत्ती 1, शरीरपज्जत्ती 2, इंदियपज्जत्ती 3, आणुपाणुपज्जती 4, भाषापज्जत्ती 5, मणपज्जनी 6 / 1 "अत्थोभिधेयमासा'' इत्यपि पाठः / 2 एतच्चिद्वयमध्यगतः पाठः प्रत्यन्तरादर्श नास्ति / / ३"आहारगपज्जत्ती एगा” इत्यपि /