________________ देवादिक संबंधि आयु प्रमुखना यंत्रो. 74 चोराशीमा उत्तमकारिगरना उ नेद ,ते कहे . 1 श्रारामिक, 2 मणिकार, 3 स्वर्णकार, 4 कांस्यघाटक, 5 दारुकृत्; 6 कुंचकार. ___5 पंचाशीमा मध्यम कारिगर पुरुषोना नेद ,ते कहे . 1 लूहरा, 2 सलाट, 3 कमिया, 4 यंत्रवाहकशोमिक, 5 तंतुवायी, 6 हजाम. 76 गशीमा अधम कारिगर पुरुषोना ब द बे, ते कहे .1 धोबी, 5 चमार, 3 नट, 4 चरट, 5 खारवा, 6 कैवर्तक ते निल्स. ___ सत्याशीमा उत्तम प्रकृतिवाला कारिगरना ब दो बे ते कहे . 1 हजाम, 5 सोनी, 3 खत्री, 4 कांस्यघमनार, 5 सुतार, 6 कुंजार. ___ अध्याशीमा मध्यम प्रकृतिवाला कारिगरना उनेद ,ते कहे . 1 श्रारामिक एटले माली, 2 मणियार, 3 दरजी, 4 कृक, 5 चितारो, 6 पालखी जपामनार जोई. नए नेवाशीमा अधमप्रकृतिवाला कारिगरना ब नेद डे, ते कहे . 1 चमार 2 मधपामनार, 3 नट, 4 जिल्ल, 5 बुहार, 6 पाराधि. ए- नेवुमा नारुना नव नेद बे, ते कहे . 1 घांची, 2 मोची, 3 घांडा, 4 धोबी, 5 बुहार, 6 दरजी, 7 माळी, 6 निल, ए गोवाल. ए नव नारुकना नाम जाणवा. ___ए१ एकाणुमा कारुना नव नेद , ते कहे . 1 कांदविक, 2 कौटुंबिक, 3 कुंनार 4 सोनी, 5 माली, 6 तंबोली, 7 हजाम, 7 काबिक, ए गांधर्व घायक. एए बाणुमा शब्दना पांच नेदो बे, ते कहे . 1 वीणानो शब्द, 2 सतारनो शब्द, 3 वंशशब्द, 4 मादलनोशब्द, 5 करतालनो शब्द. ए३ त्र्याणुमा धान्यना त्रण नेद जे. ते कहे. 1 शीर्शक, 2 शंबा, 3 घंटक. ए४चोराणुमा शाकना चार नेद ,ते कहे . 1 कंद शाखा, 2 पत्र, 3 पुष्प, फल. एएपंचाणुमा मांसना त्रण नेद बे, ते कहे .1 जलचरमांस श्थलचरमांस,खेचरमांस. ए६ बन्नुमा रसना बजेद, ते कहे ,आम्ल, 2 मधुर, ३तीदण, 4 कषाय, 5 कटु. गाथा प्रास्ताविक . आहारनिमित्तेएणं,बेसाए घर माग // धम्मालाजंतु जा जाण ई, दवलानं विमग्गिय // 1 // माणगएणं मुणिणा, पडिया तिण तहिं // हिरणाणं तु कोमी, वेसाए अळ तया॥ इति माहानिशीथे // साकादिवेसणासत्ती, नंदीसेणे मु णीसरे // जीविए सागिहे श्रासी, दसणं पडिबोहिलं. इति शतरत्नसंग्रहः समाप्तः // हवे वासुदेव, तीर्थकर अने चक्रवर्ती तथा बलदेव ए चार पदवीवाला जीवो देवता तथा नारकीथी ओव्या उपजे पण मनुष्यमांथी आवे नही. 1 चक्रवर्ती तथा बलदेव, ए बेहु चारे निकायना देवोमांश्री वी उपजे.