________________ 1479 दत अ. पा. सू. पृ. / 4 / 4 / 10 / 311 दम्भः / 4 / 1 / 28 / 136 दम्भो धिप् धीप् / 4 / 1 / 18 / 194 दयायास्कासः / 3 / 4 / 47 / 65 दरिद्रोऽद्यतन्यां वा / 4 / 3 / 76 / 92 दश्वाङः / 5 / 1 / 78 / 283 दंशसम्नः शवि / 4 / 2 / 49 / 37 दशेस्तृतीयया / 5 / 4 / 73 / 296 दागोऽस्वास्यप्रसारविकाशे / 3 / 3 / 53 / 233 दा-धे-सि-शद-सदोरुः / 5 / 2 / 36 / 300 दियुद्-ददृज्जगज्जुहूवाक्प्राड्-। 5 / 2 / 83 / 305 दिवादेः श्यः .. / 3 / 4 / 72 / 114 दीपजनबुधिपूरितायिप्यायो वा / 3 / 4 / 67 / 65 दीय दीङः किङति स्वरे / 4 / 3 / 93 / 125 दीप्तिज्ञानयत्नविमत्युपसंभा- / 3 / 3 / 78 / 237 दीर्घमवोऽन्त्यम् / 4 / 1 / 103 / 163 दीर्घश्च्चियङ्यक्क्येषु च / 4 / 3 / 108 / 20 - दुगोरू च / 4 / 2 / 77 / 309 दुहदिहलिंहगुहोदन्त्यात्मने वा सका