________________ ( 38) शिवादेरण शीतोष्णतृषादालुरसहे शीलम् शेषाद् वा शेषे . शेषे __ अ. पा. सू. पृ. / 6 / 1 / 60 / 166 / 7 / 1 / 92 / 211 / 6 / 4 / 19 / 196 / 7 / 3 / 175 / 161 / 2 / 2 / 81 / 119 / 6 / 3 / 1 / 183 / 2 / 1 / / 90 / 6 / 4 / 102 / 199 / 6 / 2 / / 172 / 3 / 1 / 62 / 133 / 2 / 1 / 106 / 60 / 6 / 3 / 84 / 186 शेषे लुक् शोभपाने श्रवणाश्वत्थान्नाम्न्यः श्रितादिभिः श्वन्युवन्मघोनो-व उः श्वसस्तादिः षट्कतिकतिपयात् थट् षष्ठी वाऽनादरे षष्ठ्ययत्नाच्छेषे षष्ट्यादेरसङ्ख्यादेः षष्ठ्या धम्ये षष्ठ्या रूप्यप्-चरटौ / 7 / 1 / 162 / 217 / 2 / 2 / 108 / 128 / 3 / 1 / 76 / 136 / 7 / 1 / 158 / 216 / / 4 / 50 / 196 / 7 / 2 / 80 / 226