________________ लध्वक्षरासखी-मेकम् लाक्षारोचनादिकण लि लौ . . अ. पा.. . . सू. पृ. / 3 / 1 / 160 / 153 / 6 / 2 / / 2. / 171 / 1 / 3 / 65 / 15 लुगस्यादेत्यपदे लुगातोऽनापः लोमपिच्छादेः शेलम् लोम्नोऽपत्येषु / 2 / 1 / 113 / 26 / 2 / 1 / 107 / 22 / 7 / ,2 / 28 / 223 / 6 / 1 / 23 / 165 वत्तस्याम् वयसि दन्तस्य दतः वयस्यनन्त्ये वराहादेः कण् वरुणेन्द्र-चान्तः वर्णादब्रह्मचारिणि वर्णाव्ययात् सरूपे कारः वर्षाकालेभ्यः / वहति रथयुगप्रासङ्गात् वाच आलाटो . / 1 / 1 / 34 / 98 / 7 / 3 / 151 / 160 / 2 / 4 / 21 / 106 / / 2 / 95 / 140 / 2 / 4 / 62 / 104 / 7 / 2 / 69 / 225 / 7 / 2 / 156 / 234 / 6 / 3 / 80 / 183 / 7 / 1 / 21 204 / 7 / 2 / 24 / 223