________________ . .. अ. पा. सू. . . पृ. जातमहवृद्धादुक्ष्णः कर्मधारयात्। 7 / 3 / 95 / 158 जातेरयान्तनित्यत्रीशूद्रात् / 2 / 4 / 54 / 106 जातेरीयः सामान्यवति / 7 / 3 / 139 / 149 जातौ राज्ञः / 6 / 1 / 92 / 169 टः पुंसि ना दाम्सोरिनस्यौ टाइयोसि यः टादौ स्वरे वा टोस्यनः टौस्येत् / 1 / 4 / 24 / 32 / 1 / 4 / 5 / 21 / / 2 / 1 / 7 / 89 / 1 / 4 ) 92 / 40 / 1 / 4 / 19 / 42 डतिष्णः संख्याया लुप् डत्यतु संख्यावत् डित्यन्त्यस्वरादेः ड्नः सः त्सोऽश्व / 1 / 4 1 54 / 36 / 1 / 1 / 39 / 36 / 2 / 1 / 114 / 33 / 1 / 3 / 18 / 16 दस्तड्ढे / 1 / 3 / 42 / 22 णषमसत् परे स्यादिविधौ च / 2 / 1 / 60 / 76