________________ 46 . 3 श्रावक-द्वादश व्रतः के उपरांत उन में जीव उत्पन्न हो जाने का अधिक संभव है। कहां तक लिखें, चूला जलाने में मवेशी को घास चारा डालने में दलने में खांडने में चीज वस्तु लेने रखने आदि हर एक काम में पूरा खयाल रख कर कार्य करे, ताकि जीवदया का निरंतर पालन होता रहे। प्रतिज्ञा "मैं देवगुरु साक्षिक स्थूल-हिंसा का त्याग करता हूँ। जीवन पर्यन्त निरपराध त्रस (स्थूल) जीवों की संकल्प हिंसा (सविचारहिंसा) न स्वयं करूंगा न दूसरे से कराऊंगा।" . अतिचार 1 वध-क्रोध या अभिमान के वंश हो कर मनुष्य अथवा गाय, भेंस, बैल, घोडा, ऊंट आदि पशु पक्षियों को निर्दयपनेसे मारे प्रहार करे इसका नाम 'वध' अतिचार है। ___(2) बन्ध–घोडा बैल गाय भेंस आदिको सख्त बंधन से बांधे अथवा गुन्हेगार मनुष्य को भी बुरी हालत से मजबूत बांधे जिस से उन का नाकों दम आ जावे इस को 'बन्ध अतिचार' कहते हैं। ___ (3) छविच्छेद-बैल ऊंट आदि का कान आदि शरीर के अवयव का छेद करना कराना सो 'छविच्छेद' नामा अतिचार है। (4) अतिभारारोपण-बैल ऊंट आदि के ऊपर उनकी