________________ 274 3 स्तवनसंग्रह . आ अटवीमां भूलो पडियो, .. तूं साहिब साचो मने मलियो। सेवकने शिवपुरनी सडक देखाडजो रे / वाला० // 3 // अरजी उचरीने जिन आगे, महावीरमंडल प्रभुपद मागे / महेर करी महाराज प्राण ने तारजो रे / . वाला वीरजिनेश्वर० // 4 // श्रीमहावीरस्तवन (राग-इंद्रसभाका) महावीर महावीर मैं जपुं, और नित्य करूं प्रणाम / प्रभुजी तुमारं मुखड़े देखी, सफल हुआ सब काम // 1 // तेरे अंग पर पुष्प चढावू, भात भात के जात / गुलाब चंपेली जासुद डमरो, मालती मोगर साथ // 2 // हीरे जडेलो मस्तके मुगट, कानमें कुंडल सार / बांहे बाजुबंद बेरखा, ओर गले मोतिनको हार // 3 // ऐसी अंगी महावीर प्रभुकी, दर्शन करे नरनार / प्रभु तोरा चरणकमल पसायसे, भविजन पामे भवपार / महावीर० // 4 // श्री लघुआदिजैनगोष्ठी, गावे गीत रसाल / सेवक पर करुणा करी, प्रभु देजो सुख विशाल / . महावीर० // 5 //