________________ भगवई स. 25 उ. 3 965 गेण्हइ, ताई दग्धओ अगंतपएसियाई दवाई खेत्तओ असंखेज्जपएसोगाढाई एवं जहा पण्णवणाए पढमे आहारुद्देसए जाव णिव्वाघाए छद्दिसि वाघायं पडुच्च सिय तिदिसि सिय चउदिसि सिय पंचदिसि / जीवे गं भंते ! जाई दव्वाइं वेउम्वियसरीरत्ताए गेण्हइ ताई कि ठियाइं गेण्हइ अठियाई गेण्हइ ? एवं चेव णवरं णियमं छद्दिसि, एवं आहारगसरीरत्ताएघि / जीवे गं भंते ! जाई दव्वाइं तेयगसरीरत्ताए गेण्हइ पुच्छा, गोयमा ! ठियाइं गेहइ णो अठियाई गेण्हइ सेसं जहा ओरालियसरीरस्स कम्मगसरीरे एवं चेव एवं जाव भावओवि गेण्हइ / जाई दवाई दव्वओ गेहइ ताई कि एगपएसियाई गेण्हइ दुपएसियाई गेण्हइ ? एवं जहा भासापए जाव आणुपुष्वि गेण्हइ णो अणाणुपुब्वि गेण्हइ / ताई भते ! कइदिसि गेण्हइ ? गोयमा ! गिध्वाधाएणं जहा ओरालियस्स / जीवे गं भंते ! जाई दवाइं सोइंदियत्ताए गेहइ ? जहा वेउव्वियसरीरं एवं जाव जिभिदियत्ताए फासिदियत्ताए जहा ओरालियसरीरं मणजोगत्ताए जहा कम्मग. सरीरं गवरं णियमं छद्दिसि एवं वइजोगत्ताएवि कायजोगत्ताएवि जहा ओरालियसरीरस्स / जीवे गं भंते ! जाई दवाइं आणापाणुत्ताए गेण्हइ जहेव ओरालियसरीरत्ताए जाव सिय पंचदिसि / सेवं भंते ! सेवं भंते ! त्ति / केइ चउ. वीसदंडएणं एयाणि पयाणि भगति जस्स जं अत्थि // 722 // पंचवीसइमं सयं तइओ उद्देसो कई गं भंते ! संठाणा प० ? गोयमा ! छ संठाणा प०, तं०-परिमंडले वट्टे तसे चउरसे आयए अणिस्थंथे / परिमंडला गं भंते ! संठाणा दवयाए कि संखेज्जा असंखेज्जा अणंता? गोयमा! णो संखज्जा णो असंखेज्जा अणंता वट्टा णं भंते ! संठाणा० एवं चेव, एवं जाव अणित्थंथा, एवं पएसट्टयाएवि, एवं दवटुपएसट्टयाएवि / एएसिगं भंते ! परिमंडलवट्टतंसचउरंसआयतअणित्थं. थार्ण संठाणाणं दव्वट्टयाए पएसट्टयाए दव्वट्ठपएसट्टयाए कयरे 2 हितो जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा परिमंडलसंठाणा दट्वट्ठयाए, वट्टा संठाणा दवट्ठयाए संखेज्जगुणा, चउरंसा संठाणा दध्वट्ठयाए संखेज्जगुणा, तंसा संठाणा दवट्टयाए संखेज्जगुणा, आययसंठाणा दव्वट्टयाए संखेज्जगुणा, अणित्थंथा संठाणा दग्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, पएसट्टयाए-सम्वत्थोवा परिमंडला संठाणा पएसट्टयाए, वट्टा संठाणा पएसट्टयाए संखेज्जगुणा, जहा दव्वट्ठयाए तहा पए.