________________ भगवई स. 15 827 लेणं अणगारेणं सहए जाव भासरासीकए समाणे कहिं गच्छिहिइ कहि उव. वज्जिहिइ ? गोयमा ! विमलवाहणे णं राया सुमंगलेणं अणगारेणं सहए जाव भासरासीकए समाणे अहे सत्तमाए पुढवीए उक्कोसकालट्ठिइयंसि गरयसि णेरइयत्ताए उववजिहिइ, से णं तओ अणंतरं उव्वट्टित्ता मच्छेसु उववज्जिहिइ, तत्थवि णं सत्थवज्झे दाहवक्कतीए कालमासे कालं किच्चा दोच्चंपि अहे सत्तमाए पुढवीए उक्कोसकालद्विइयंसि णरयंसि रइयत्ताए उववज्जिहिइ, से णं तओ अणंतरं उव्वट्टित्ता दोच्चपि मच्छेसु उववज्जिहिइ, तत्थवि णं सत्थवज्झे जाव किच्चा छट्ठीए तमाए पुढवीए उक्कोसकालट्ठिइयंसि णरयंसि रइयत्ताए उववजिहिइ, से णं तओहितो जाव उव्वट्टित्ता इस्थियासु उववज्जिहिइ, तत्थवि णं सत्थवज्झे दाह जाव दोच्चंपि छट्ठीए तमाए पुढवीए उक्कोसकाल जाव उट्टित्ता दोच्चंपि इत्थियासु उववज्जिहिइ, तत्थवि णं सत्थवज्झे जाव किच्चा पंचमाए धूमप्पभाए पुढवीए उक्कोसकालट्ठिइयंसि जाव उवट्टित्ता उरएसु उव. वज्जिहिइ, तत्थवि णं सत्थवझे जाव किच्चा दोच्चंपि पंचमाए जाव उव्वट्टित्ता दोच्चंपि उरएसु उववज्जिहिइ जाव किच्चा चउत्थीए पंकप्पभाए पुढवीए उक्कोसकालट्ठिइयंसि जाव उध्वट्टित्ता सीहेसु उववज्जिहिइ, तत्थवि णं सत्थ. वज्झे तहेव जाव कालं किच्चा दोच्चपि चउत्थीए पंकप्पभाए जाव उवट्टित्ता दोच्चंपि सीहेसु उववजिहिइ जाव किच्चा तच्चाए वालुयप्पभाए पुढवीए उक्कोसकाल जाव उव्वट्टित्ता पक्खीसु उववज्जिहिइ, तत्थवि णं सत्थवज्झे जाव किच्चा दोच्चपि तच्चाए वालय० जाव उव्वट्टित्ता दोच्चंपि पक्खीसु उववज्जिहिइ जाव किच्चा दोच्चाए सक्करप्पभाए जाव उव्वट्टित्ता सिरीसवेसु उववज्जिहिइ, तत्थवि णं सत्थवज्झे जाव किच्चा दोच्चंपि दोच्चाए सक्करप्पभाए जाव उध्वट्टित्ता दोच्चपि सिरीसवेसु उववज्जिहिइ जाव किच्चा इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए उवकोसकालट्ठिइयंसि गरयसि रइयत्ताए उववज्जिहिइ जाव उव्वट्टित्ता सण्णीसु उववज्जिहिइ, तत्थवि णं सत्थवज्झे जाव किच्चा असण्णीसु उववज्जिहिइ, तत्थवि णं सत्थवज्झे जाव किच्चा दोच्चंपि इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पलिओवमस्स असंखेज्जइभागट्टिइयंसि णरयंसि जेरइयत्ताए उववज्जिहिइ, से णं तओ जाव उव्वट्टित्ता जाइं इमाई खहचरविहाणाई भवंति, तं०चम्मपक्खीणं, लोमपक्खीणं, समुग्गपक्खीणं, विययपक्खीणं, तेसु अणेगसयसहस्स