________________ 70 अंग-पविट्ठ सुत्ताणि से भिक्खू वा 2 गामाणुगामं दूइज्जमाणे अंतरा से वप्पाणि वा, फलिहाणि वा, पागाराणि वा, जाव दरीओ वा, कूडागाराणि वा, पासादाणि वा, णूमगिहाणि वा, रुक्खगिहाणि वा, पव्वयगिहाणि वा, रूक्ख वा चेइयकडं, थूभं वा चेइयकडं आएसणाणि वा, जाव भवणगिहाणि वा, णो बाहाओ पगिज्झिय 2 अंगुलियाए उद्दिसिय 2 ओ० 2 उण्णमिय 2 णिज्झाए ज्जा, तओ संजयामेव गामाणुगाम दूइज्जेज्जा // 758 // से भिक्खू वा 2 गामाणुगामं दूइज्जमाणे अंतरा से कच्छाणि वा, दवियाणि वा, णूमाणि वा, वलयाणि वा, गहणाणि वा, गहणविदुग्गाणि वा, वणाणि वा, वणविदुग्गाणि वा, पव्वयाणिवा पव्वयविदुग्गाणि वा, पव्वयगिहाणि वा, अगडाणि वा, तलागाणि वा, दहाणि वा, णईओ वा, वावीओ वा, पुक्खरणीओ वा, दीहियाओ वा, गुंजालियाओ बा, सराणि वा, सरपंतियाणि वा, सरसरपंतियाणि वा, णो बाहाओ पगिज्झिय 2 जाव णिज्झाए ज्जा, केवली बूया 'आयाण-मेयं जे तत्थ मिगा वा, पसू वा, पक्खी वा, सिरीसिवा वा, सीहा वा, जलचरा वा, थलचरा वा, खहचरा वा सत्ता, ते उत्तसेज्ज वा, वित्तसेज्ज वा, वाडं वा सरणं वा कंखेज्जा, “चारित्ति मे अयं समणे" अह भिक्खूणं पुव्वोवइट्ठा एस पइण्णा जाव ज णो बाहाओ पगिज्झिय 2 जाव णिज्झाएजा, तओ संजयामेव आयरिय उवज्झाएहिं सद्धिं गामाणुगामं दूइज्जेज्जा / / 759 // से भिक्खू वा 2 आयरियउवज्झाएहिं सद्धिं गामाणुगामं दूइज्जमाणे, णो आयरियउवज्झायस्स हत्थेण वा हत्थं जाव अणासायमाणे तओ संजयामेव आयारियउवज्झाएं हिं सद्धिं गामाणुगाम दूइज्जिज्जा // 760 // से भिक्खू वा 2 आयरियउवज्झाए हिं सद्धिं दूइज्जमाणे अंतरा से पाडिवहिया उवागच्छेज्जा, ते णं पाडिवहिया से एवं वएज्जा “आउसंतो! समणा ! के तुब्भे ? कओ वा एह ? कहिं वा गच्छिहिह ? जे तत्थ आयरिए वा उवज्झाए वा से भासेज्ज वा, वियागरेज्ज वा, आयरियोवज्झायस्स भासमाणस्स वा वियागरेमाणस्स वा णो अंतराभासं करेज्जा, तओ संजयामेव अहाराइणिए दुइ. ज्जेज्जा // 761 // से भिक्खू वा 2 अहाराइणियं गामाणुगामं दूइज्जमाणे णो राइणियस्स हत्थेण हत्थं जाव अणासायमाणे तओ संजयामेव अहाराइणियं गामाणुगामं दृइज्जिज्जा।।७६३॥से भिक्खू वा 2 अहाराइणियं दृइज्जमाणे अंतरा से पाडिवहिया उवागच्छेज्जा, ते णं पाडिवहिया एवं वएज्जा, आउसंतो ! समणा !