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________________ भगवई स. 9 उ. 32 653 एगे अहेसत्तमाए होज्जा 10 अहवा एगे रयण० एगे वालुय० एगे पंक० एगे धूम० एगे तमाए होज्जा 11 अहवा एगे रयण० एगे वालुय० एगे पंक० एगे धूम० एगे अहेसत्तमाए होज्जा 12 अहवा एगे रयण० एगे वालुय० एगे पंक० एंगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा 13 अहवा एगे रयण० एगे वालुय० एगे धूम० एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा 14 अहवा एगे रयण० एगे पंक० जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा 15 अहवा एगे सक्कर० एगे वालुय० जाव एगे तमाए होज्जा 16 अहवा एगे सक्कर० जाव एगे पंक० एगे धूम० एगे अहेसत्तमाए होज्जा 17 अहवा एगे सक्कर० जाव एगे पंक० एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा 18 अहवा एगे सक्कर० एगे वालुय० एगे धूम० एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा 16 अहवा एगे सक्कर० एगे पंक० जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा 20 अहवा एगे वालुय० जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा 21 // छन्भते ! रइया रइयप्पवेसणएणं पविसमाणा कि रयणप्पभाए होज्जा ? पुच्छा, गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा 7 अहवा एगे रयण पंच सक्करप्पभाए होज्जा अहवा एगे रयण पंच वालुयप्पभाए होज्जा जाव अहवा एगे रयण पंच अहेसत्तमाए होज्जा अहवा दो रयण. चत्तारि सक्करप्पभाए होज्जा जाव अहवा दो रयण. चत्तारि अहेसत्तमाए होज्जा अहवा तिण्णि रयण तिणि सक्करप्पभाए होज्जा, एवं एएणं कमेणं जहा पंचण्हं दुयासंजोगो तहा छण्हवि भाणियव्वो णवरं एक्को अन्महिओ संचारेयन्वो जाव अहवा पंच तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा, अहवा एगे रयण. एगे सक्कर० चत्तारि वालुय० होज्जा अहवा एगे रयण० एगे सक्कर० चत्तारि पंकप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा एगे रयण. एगे सक्कर. चत्तारि अहे. सत्तमाए होज्जा अहवा एगे रयण० दो सक्कर० तिण्णि वालुय० होज्जा, एवं एएणं कमेणं जहा पंचण्हं तियासंजोगो भणिओ तहा छण्हवि भाणियव्यो णवरं एक्को अहिओ उच्चारेयत्वो, सेसं तं चेव 34, चउक्कसंजोगोवि तहेव, पंचगसंजोगोवि तहेव, णवरं एवको अन्महिओ संचारेयव्वो जाव पच्छिमो भंगो अहवा दो वालुय० एगे पंक० एगे धूम० एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा अहवा एगे रयण०. एगे सक्कर० जाव एगे तमाए होज्जा 1 अहवा एगे रयण जाव एगे धूम० एगे अहेसत्तमाए होज्जा 2 अहवा एगे रयण० जाव एगे पंक०
SR No.004390
Book TitleAngpavittha Suttani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanlal Doshi, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sadhumargi Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year1982
Total Pages1476
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, agam_acharang, agam_sutrakritang, agam_sthanang, agam_samvayang, agam_bhagwati, agam_gyatadharmkatha, agam_upasakdasha, agam_antkrutdasha, & agam_anutta
File Size23 MB
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