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________________ 652 अंग-पविट्ठ सुत्ताणि सक्कर० एगे अहेसत्तमाए होज्जा अहवा तिण्णि रयण० एगे सक्कर० एगे वालुयप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा तिण्णि रयण० एगे सक्कर० एगे . अहे. सत्तमाए होज्जा अहवा एगे रयण० एगे वालुय० तिण्णि पंकप्पभाए होज्जा, एवं एएणं कमेणं जहा चउण्हं तियासंजोगो भणिओ तहा पंचण्हवि तियासंजोगो भाणियव्वो णवरं तत्थ एगो संचारिज्जइ इह दोण्णि सेसं तं चेव जाव अहवा तिणि धूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा अहवा एगे रयण० एगे सक्कर० एगे वालुय० दो पंकप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा एगे रयण० एगे सक्कर० एगे वालुय० दो अहेसत्तमाए होज्जा 4 अहवा एगे रयण एगे सक्कर० दो वालुय० एगे पंकप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा एगे रयण० एगे सक्कर० दो वालुय० एगे अहेसत्तमाए होज्जा,८, अहवा एगे रयण० दो सक्करप्पभाए एगे वालुय० एगे पंकप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा एगे रयण. दो सक्कर० एगे वालुय० एगे अहेसत्तमाए होज्जा 12 अहवा दो रयण० एगे सक्कर० एगे वालुय० एगे पंकप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा दो रयण० एगे सक्कर० एगे वालुय० एग अहेसत्तमाए होज्जा 16 अहवा एगे रयण० एगे सक्कर०एगे पंक० दोधूमप्पभाए होज्जा एवं जहा चउण्हं चउक्कसंजोगो भणिओ तहा पंचण्हवि चउक्कसंजोगो भाणियव्वो, णवरं अब्भहियं एगो संचारेयव्वो, एवं जाव अहवा दो पंक० एगे धूम० एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा अहवा एगे रयण० एगे सक्कर० एगे वालुय० एगे पंक० एगे धूमप्पभाए होज्जा 1 अहवा एगे रयण० एगे सक्कर० एगे वालुय० एगे पंक० एगे तमाए होज्जा 2 अहवा एगे रयण० जाव एगे पंक० एगे अहेसतमाए होज्जा 3 अहवा एगे रयण० एगे सक्कर० एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए होज्जा 4 अहवा एगे रयण० एगे सक्कर० एगे वालुय० एगे धूम० एगे अहेसत्तमाए होज्जा 5 अहवा एगे रयण० एगे सक्कर० एगे वालुय० एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा 6 अहवा एगे रयण० एगे सक्कर० एगे पंक० एगे धूम० एगे तमाए होज्जा 7 अहवा एगे रयण० एगे सक्कर० एगे पंक० एगे धूम० एगे अहेसत्तमाए होज्जा 8 अहवा एगे रयण० एगे सक्कर० एगे पंक० एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा 6 अहवा एगे रयण० एगे सक्कर० एगे धूम० एगे तमाए
SR No.004390
Book TitleAngpavittha Suttani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanlal Doshi, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sadhumargi Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year1982
Total Pages1476
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, agam_acharang, agam_sutrakritang, agam_sthanang, agam_samvayang, agam_bhagwati, agam_gyatadharmkatha, agam_upasakdasha, agam_antkrutdasha, & agam_anutta
File Size23 MB
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