________________ 448 अगं पविटु सुत्ताणि अणुपरियटृति एवं वीइवयंति-पसत्था चत्तारि अप्पसत्था चत्तारि // 72 // सत्तमे गं भंते ! ओवासंतरे किं गुरुए लहुए गुरुयलहुए अगुरुयलहुए ? गोयमा! णो गुरुए णो लहुए णो गुरुयलहुए अगुरुयलहुए / सत्तमे णं भंते ! तणुवाए कि गुरुए लहुए गुरुयलहुए अगुरुयलहुए ? गोयमा ! णो गुरुए णो लहुए गुरुयलहुए णो अगुरुयलहुए / एवं सत्तमे घणवाए सत्तमे घणोदही सत्तमा पुढवी / उवासंतराइं सव्वाइं जहा सत्तमे ओवासंतरे, (सेसा) जहा तणुवाए, एवंओवासवायघणउदहि पुढवी दीवा य सागरा वासा / णेरइया णं भंते ! कि गुरुया जाव अगुरुयलहुया ? गोयमा ! णो गुरुया णो लहुया गुरुयलहुयावि अगुरुयलहुयावि / से केणठेणं ? गोयमा ! वेउवियतेयाई पडुच्च णो गुरुया णो लहुया गुरुयलहुया णो अगुल्यलहुया, जीवं च कम्मणं च पडुच्च णो गुरुया णो लहया णो गुरुयलहुया अगुरुयलया, से तेण?णं एवं जाव वेमागिया, णवरं णाणत्तं जाणियव्वं सरीरोहिं / धम्मत्थिकाए जाव जीवत्थिकाए चउत्थपएणं / पोग्गलत्थिकाए णं भंते ! कि गुरुए लहुए गुरुयलहुए अगुरुयलहुए ? गोयमा ! णो गुरुए णो लहुए गुरुयलहुएवि अगुरुयलहुएवि / से केपट्टेणं? गोयमा! गुरुयलहुयदव्वाइं पडुच्च णो गुरुए णो लहुए गुरुयलहुए णो अगुरुयलहुए, अगुरुयलहुयदब्वाइं पडुच्च णो गुरुए णो लहुए णो गुरुयलहुए अगुरुयलहुए / समया कम्माणि य चउत्थपएणं / कण्हलेसा णं भंते ! कि गुरुया जाव अगुरुयलहुया? गोयमा ! णो गुरुया णो लहुया गुरुयलहुयावि अगुरुयलयावि। से केण?णं ? गोयमा ! दवलेसं पडुच्च तइयपएणं भावलेस्सं पडुच्च चउत्थपएणं / एवं जाव सुक्कलेसा / दिट्ठीदंसणणाणअण्णाणसण्णा चउत्थपएणं णेयवाओ। हेछिल्ला चत्तारि सरीरा णायव्वा तइयपएणं, कम्म य चउत्थयपएणं, मणजोगो वइजोगो चउत्थएणं पएणं, कायजोगो तइएणं पएणं सागारोवओगो अणागारोवओगो चउत्थएणं पएणं सव्वदव्वा सव्वपएसा सव्वपज्जवा जहा पोग्गलत्थिकाओ,तीयद्धा अणागयद्धा सव्वद्धा चउत्थएणं पएणं॥७३॥ से णूणं भंते ! लाघवियं अप्पिच्छा अमुच्छा अगेही अपडिबद्धया समणाणं णिग्गंथाणं पसत्थं ?हंता गोयमा ! लाघवियं जाव पसत्थं / से पूणं भंते ! अकोहत्तं अमाणत्तं अमायत्तं अलोभत्तं समणाणं णिग्गं. थाणं पसत्थं ? हंता गोयमा ! अकोहत्तं अमाणत्तं जाव पसंत्थं / से पूर्ण भंते ! कंखापदोसे खीणे समणे णिग्गंथे अंतकरे भवइ अंतिमसरीरिए वा ? बहुमोहेवि