________________ 32 अंग-पविट्ठ सुत्ताणि विसोए अदक्खू ; एयाई सो उरालाई, गच्छइ णायपुत्ते असरणाए / 471 / अविसाहिए दुवे वासे, सीओदं अभोचा णिक्खंते; एगत्तगए पिहियच्चे, से अहिण्णायदंसणेसंते // 472 / / पुढविं च आउक्कायं, तेउक्कायं च; बाउकायं च; पणगाई बीयहरियाई तसकायं च सवसो णच्चा, एयाइं संति पडिलेहे, चित्तमंताई से अभिण्णाय; परिवजिय विहरित्था, इइ संखाय से महावीरे // 473 // अदु थावरा तसत्ताए, तसजीवा य थावरत्ताए; अदुवा सबजोणिया, सत्ता कम्मुणा कप्पिया पुढो बाला // 474|| भगवं च एवमण्णेसिं, सोवहिए हु लुप्पई बाले; कम्मं च सव्वसो णचा, तं पडियाइक्खे पावगं भगवं।४७५। दुविहं समिच मेहावी,किरियमक्खायमणेलिसं णाणी; आयाणसोयमइवायसोयं जोगं च सव्वसोणच्चा // 476 // अइवत्तियं अणाउटिं, सयमण्णेसिं अकरणयाए; जस्सित्थिओ परिण्णाया, सव्वकम्मावहाओ से अदक्खू / 477 / अहाकडं ण से सेवे, सव्वसो कम्मुणा य अदक्खू ; जं किंचि पावगं भगवं;तं अकुव्वं वियर्ड भुजित्था / / 478 // णो सेवइ य परवत्थं, परपाए वि से ण भुंजित्था; परिवज्जियाण ओमाणं गच्छइ संखडिं असरणयाए // 479 // मायण्णे असणपाणस्स, पाणुगिद्धे रसेसु अपडिण्णे; अच्छिपि णो पमजिज्जा णोवि य कंडूयए मुणी गायं / / 480 // अप्पं तिरियं पेहाए, अप्पं पिट्ठओ व पेहाए; अप्पं बुइए ऽपडिभाणी, पंथपेही चरे जयमाणे / 481 / सिसिरंसि अद्वपडिवण्णे, तं वोसिज्ज वत्थमणगारे पसारित्त बाहं परकमे, णो अवलंबिया ण खंधंसि / 482 / एस विही अणुकतो, माहणेण मइमया; बहुसो अप्पडिण्णेण, भगवया एवं रियति त्ति बेमि / 483 / पढमोइसो समत्तो॥ चरियासणाई सेज्जाओ, एगइयाओ जाओ बुइयाओ; आइक्खताई सयणासणाई, जाई सेवित्या से महावीरो / / 484 // आवेसण सभा-पवासुः पणियसालासु, एगया वासो; अदुवा पलियट्ठाणेसु, पलालपुंजेसु एगया वासो / / 485 / / आगंतारे आरामागारे तह य णगरे वि एगया वासो; सुसाणे सुण्णगारे वा, रुक्खमूले वि एगया वासो / / 486 / / एएहिं मुणी सयणेहिं, समणे आसी पतेरसवासे; राइं दियं पि जयमाणे, अप्पमत्ते समाहिए झाइ // 487|| णिपि णो पगामाए, सेवइ भगवं उठाए; जग्गावई य अप्पाणं, ईसिं साइ य अपडिण्णे // 488 / / संबुज्झमाणे पुणरवि, आसिंसु भगवं उठाए; णिक्खम्म एगया राओ, बहिं चंकमिया मुहुत्तागं // 489 // सयणेहिं तत्थुवसग्गा, भीमा आसी अणेगरूवाय; संसप्पगाय जे पाणा, अदुवा जे पक्खिणो उवचरंति // 490 / / अदु कुचरा उवचरंति गामरक्खाय सत्तिहत्थाय; अदुगामिया उवसग्गा इत्थी एगइया पुरिसो यं // 491 // इहलोइयाई परलोइयाइं भीमाई अणेगरूवाइं; अवि सुन्भिदुन्भिगंधाई सहाई अणेगरूवाई