________________ 338 अंग-पविट्ठ सुत्ताणि गेरइयाणं दस सण्णाओ एवं चेव / एवं णिरंतरं जाव वेमाणियाणं 24 / / 94 / / णेरइया णं दसविहं वेयणं पञ्चणुभवमाणा विहरंति त० सीयं उसिणं खुहं पिवासें कंड परझं भयं सोगं जरं वाहिं / / 95 / / दस ठाणाई छउमत्थे णं सवभावेणं ण जाणइ म पासइ तं-धम्मत्थिकायं जाव वायं अयं जिणे भविस्सइ वा ण वा भविस्सइ अयं सव्वदुक्खाणमंतं करेस्सइ वा ण वा करेस्सइ एयाणि चेव उप्पण्णणाणदंसणधरे अरहा जाणइ पासइ जाव अयं सव्वदुकावाणम। करेस्सइ वा ण वा करेस्सइ / / 96 / / दस दसाओ प० तं०-कम्मविवागदसाओ, उवासगदसाओ, अंतगडदसाओ, अणुत्तरोववाइयदसाओ, आयादसाओ, पण्हावागरणदसाओ, बंधदसाओ, दोगिद्धिदसाओ, दीहदसाओ, संखेवियदमाओ / / 97 // कम्मविवागदसाणं दस अज्झयणा प० तं०-मिया पुत्ते य गोत्तासे अंडे सगइ यावरे, माहणे णं दिसेणे य सोरियत्ति उदुंबरे 1 सहसुद्दाहे आमलए कुमारे लेच्छई इइ 2 / / 98 // उवासगदसाणं दस अज्झयणा प० तं०-आणंदे कामदेवे अ गाहावइ चूलणी पिया, सुरादेवे चुल्लसयए गाहावइ कुंडकोलिए (1) सहालपुत्ते महासयए णंदिणी पिया सालइयापिया / / 99 // अंतगडदसाणं दस अज्झयणा प० त०,णमि मायंगे सोमिले रामगुत्ते सुदंसणे चेव, जमाली य भगाली य किंक्रमे पल्लएइ य (1) फाले अंबडपुत्ते य एमेए दस आहिआ।। 100 / / अणुत्तरोववाइयदसाणं दस अज्झयणा प० तं०इ सिदासे य धण्णे य सुणकग्वत्ते य काइए इय, सट्ठाणे सालिभदे य आणंदे तेयली इय (1) दसण्णभहे अइमुत्ते एमए दस आहिआ।। 101 / / आयारदसाणं दस अज्झयणा प० तं० वीसं असमाहिट्ठाणा एगवीमं सबला तेत्तीसं आसायणाओ अट्ठविहा गणिसंपया दस चित्तसमाहिट्ठाणा एगारसउवासगपडिमाओ बारस भिक्खुपडिमाओ पज्जोसवणाकप्पो तीसं मोहणि जट्ठाणा आजाइट्ठाणं // 102 / / पण्हावागरणदसाणं दस अज्झयणा प० त० उवमा संखा इसिभासियाई आयरियभासियाई महावीर भासियाई खोमगप सिणाई कोमलपसिणाई अद्दागपसिणाई अंगुठ्ठपसिणाई बाहुपसिणाई // 103 // बंधदसाणं दस अज्झयणा प० तं०-बंधे य मोक्खे य देवद्धि दसारमंडलेवि य, आयरियविप्पडिवत्ती उवज्झायविप्प डिवत्ती भावणा विमुत्ती साओ कम्मे / / 104 / / दोगेद्धिदसाणं दस अज्झयणा प० तं० वाए विवाए उववाए सुवित्त कसिणे बायालीसं सुमिणे तीसं महासुमिणा बावत्तरि सव्वसुमिणा हारे रामे गुत्ते एमेए दस आहिआ // 105 / / दीहदसाणं दम अज्झायणा प०