________________ ठाणं ठा. 10 335 प्पहीणे // 65 / / णमी णं अरहा दस वाससहस्साई सव्वाउयं पालइत्ता सिद्धे जाव प्पहीणे / / 66 / / पुरिससीहे णं वासुदेवे दसवासमयसहस्साई सव्वाउयं पालइत्ता छट्ठीर तमाए पुढवीए णेरड यत्ताए उववण्णे / / 67 / / णेमी णं अरहा दस धणूई उढे उच्चत्तेणं दस य वाससयाई सव्वाउयं पालइत्ता सिद्धे जावप्पहीणे / / 68 // कण्हे णं वासुदेवे दस धणूई उड्ढे उच्चत्तेणं दस य वाससयाई सघाउयं पालइत्ता तच्चाए वालुयप्पभाए पुढवीए णरइयत्ताए उववण्णे / / 69 // दसविहा भवणवासी देवा प० तं०-असुरकुमारा जाव थणियकुमारा // 70 // एए सि णं दसविहाणं भवणवासीणं देवाणं दस चेइय रुक्ग्वा प० तं०-असत्थ सत्तिवण्णे सामलि उंबर सिरीस दहिवणे, वंजुल पलास वप्पे तए य कणियाररुक्खे // 71 / / दसविहे सोक्खे प० तं०-आरोग्ग दीहमाउं अद्वेज काम भोग संतोमे: अत्थि सुहभोग णिक्ग्चम्ममेव तओ अणाबाहे / / 72 / / दसविहे उवघाए प० तं०-उग्गमोवघाए उपायणोवघाए जह पंचठाणे जाव परिहरणोवघाए णाणोवघाए दंसणोवघाए चरित्तो. बघाए अचियत्तोवधाए सारकावणोवघाए / / 73 / / दसविहा विसोही प० तं०उग्गमविमोही उप्पायण वसोही जाव सारकावणविसोही / / 74 / / दमविहे संकिलेसे प० तं०-उवहिसंकिलेमे उवस्सयसंकिलेसे कसायमंकिलेसे भत्तपाणसंकिलेसे मणसंकिलेसे वइमंकिलेसे कायसंकिलेसे णाणसंकिलेसे दंसणसंकिलेसे चरित्तसंकिलेसे // 7 // दमवि हे अमंकिलेसे प० तं० उवहि अमंकिलेसे जाव चरित्तअसंकिलेसे // 76 // दमविहे बले प० तं०-सोइंदियबले जाव फासिंदियबले णाणवले दंसणचले चरित्तबले तवरले वीरियरले // 77 // दमविहे सच्चे प० तं०-जणवय सम्मय ठपणा णामे रूवे पडुच्चसच्चे य, ववहार भाव जोगे दसमे ओवम्मसच्चे य // 78 / / दमविहे मोसे प० तं०-कोहे माणे माया लोभे पिजे तहेव दोसे य हास भए अन्वाइय उवघायणिस्सिए दममे / / 79 // दसविहे सच्चामोसे प० तं. उप्पणीमीसए विगयमीसए उप्पण्णविगयमीसए जीवमीसाए अजीवमीसए जीवा जीयमीमए अगंतमीमए परित्तमीसए अद्धामीसए अद्धद्धामीसए / / 80 // दिदिवायस्म णं दम णामधेजा प० तं० दिठिवाएइ वा हेउवाएइ वा भूयावाएइ वा.तच्चावाएइ वा मम्मावाएइ वा धम्मावाएइ वा भामाविजएइ वा पुव्वगएइ वा अजोगगाण्ड वा मध्यपाणभूय जीवसत्तसुहाव हेइ वा / / 81 // दमविहे सत्थे प० त०-मत्थमग्गी विमं लोणं सिणेहो खार मंबिलं, दुप्प उत्तो मणो वाया काया