________________ 305 ठाणं ठा. 7 यसमं संचारसमा सरा सत्त (31) सत्त सरा य तओ गामा मुच्छणा एगवीसई ताणा एगूणपण्णांसा समत्तं सरमंडलं (32) // 20 // सत्तविहे कायकिलेसे प० तं० ठाणाइए उक्कुडुयासणिए पडिमठाई वीरासणिए सज्जिए दंडाइए लगंडसाई // 21 // जंबुद्दीवे दीवे सत्तवासा प० तं० भरहे एरवए हेमवए हेरण्णवए हरिवासे रम्मगवासे महाविदेहे / / 22 / / जंबुद्दीवे 2 सत्त वासहरपव्वया प० तं० चुल्लहिमवंते महाहिमवंते णिसहे णीलवंते रुप्पी सिहरी मंदरे / / 23 // जंबुद्दीवे 2 सत्त महाणईओ पुरत्था भिमुहीओ लवणसमुहं समप्पेंति तं० गंगा रोहिया हिरी सीया णरकंता सुवण्णकूला रत्ता / / 24 / / जंबुद्दीवे 2 सत्त महाणईओ पच्चस्थाभिमुहीओ लवणसमुहं समप्पति तं० सिंधू रोहियंसा हरिकंता सीतोदा णारिकता रुप्पकूला रत्तवई / / 25 // धायइसंडदीवपुरत्थिमद्धे णं सत्त वासा प० तं० भरहे जाव महाविदेहे / धायइसंडदीवपुरत्थिमे णं सत्त वासहरपव्वया प०० चुल्लहिमवंते जाव मंदरे। धायइसंडदीवपुरथिमद्धे णं सत्त महाणईओ पुरस्थाभिमुहीओ कालोयसमुहं समप्पेंति तं० गंगा जाव रत्ता। धायइसंडदीवपुरत्थिमद्धे णं सत्त महाणईओ पञ्चत्थाभिमुहीओ लवणसमुहूं समप्पेंति तं. सिंधू जाव रत्तवई / धायइसंडदीवे पञ्चत्थिमद्धे णं सत्त वासा एवं चेव णवरं पुरत्थाभिमुहीओ लवणसमुहं समप्पेंति पञ्चत्थाभिमुहीओ कालोदं, सेसं तं चेव / / 26 // पुक्खरवरदीवट्टपुरत्थिमद्धे णं सत्त वासा तहेव णवरं पुरत्थाभिमुहीओ पुक्खरोदं समुदं समप्पंति पच्चत्थाभिमुहीओ कालोदं समुहं समति सेसं तं चेव / एवं पञ्चत्थिमद्धेवि गवरं पुरत्थाभिमुहीओ कालोदं समुहूं समप्पेंति, पच्चत्थाभिमुहीओ पुक्खरोदं समप्पेंति, सव्वत्थ वासा वासहरपब्वया णईओ य भाणियवाणि / / 27|| जंबुद्दीवे 2 भारहे वासे तीयाए उस्सप्पिणीए सत्त कुलगरा हुत्था, तंजहा मित्तदामे सुदामे य सुपासे य सयंपमे; विमलघोसे सुघोसे य महाघोसे य सत्तमे / / 28 / / जंबुद्दीवे 2 भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए सत्त कुलगरा हुत्था तं० पढमित्थ विमलवाहण चक्खुम जसमं चउत्थमभिचंदे; तत्तो य पसेणइ पुण मरुदेवे चेव णाभी य (1) एएसि णं सत्तण्हं कुलगराणं सत्त भारियाओ हुत्था, तं० चंदजसा चंदकंता सुरूव पडिरूव चक्खुकंता य; सिरिकंता मरुदेवी, कुलकरइत्थीण णामाई (2) // 29 // जंबुद्दीवे 2 भारहे वासे आगमिस्साए उस्सप्पिणीए सत्त कुलगरा भविस्संति तं०