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________________ ठाणं ठा.२ उ. 1 199 अणंता पण्णत्ता, एंवमेगसमयठिइया, एगगुणकालगा पोग्गला अणंता पण्णत्ता, जाव एगगुणलुक्खा पोग्गला अणंता पण्णत्ता / / 79 // बीअं ठाणं पढमो उद्देसो जयत्थि णं लोए तं सव्वं दुपडोयारं, तं जहा-जीवा चेव अजीवा चेव, तसे चेव यावरे चेव, सजोणिया चेव अजोणिया चेव, साउया चेव अणाउया चेव, सइंदिया चेव अणिंदिया चेव, सवेयगा चेव अवेयगा चेव, सरूवि चेव अरूवि चेव, सपोगला चेव अपोग्गला चेव, संसारसमावण्णगा चेव असंसारसमावण्णगा चेव, सासया चेव असासया चेव, आगासे चेव णो आगासे चेव, धम्मे चेव अधम्मे चेव, बंधे चेव मोक्खे चेव, पुण्णे चेव पावे चेव, आसवे चेव संवरे चेव, वेयणा चेव, णिज्जरा चेव / / 1 / / दो किरियाओ प० तंजहा-जीवकिरिया चेव अजीवकिरिया चेव / जीवकिरिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा–सम्मत्तकिरिया चेव मिच्छत्तकिरिया चेव / अजीवकिरिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा-इरियावहिया चेव संपराइया चेव / / 2 / / दोकिरियाओ प० तं जहा-काइया चेव अहिगरणिया चेव / काइया किरिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा-अणुवरयकायकिरिया चेव, दुप्पउत्तकायकिरिया चेव / अहिगरणियाकिरिया दुविहा पंण्णत्ता, तं जहा-संजोयणा हिगरणिया चेव णिवत्तणा हिगरणिया चेव // 3 // दो किरियाओ प० तं जहा-पाउसिया चेव पारियावणिया चेव / पाउसिया किरिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा-जीवपाउसिया चेव अजीवपाउसिया चेव, पारियावणियाकिरिया दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-सहत्थपारियावणिया चेव परहत्थपारियावणिया चेव ॥४॥दो किरियाओ प० तं जहापाणांइवायकिरिया चेव, अपच्चक्खाणकिरिया चेय / पाणाइवायकिरिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा-सहत्थपाणाइवायकिरिया चेव, परहत्थपाणाइवायकिरिया चेव / अपञ्चरखाणकिरिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा-जीवअपच्चक्खाणकिरिया चेव, अजीवअपञ्चक्खाणकिरिया चेव // 5 // दो किरियाओ प० तं जहा-आरंभिया चेव परिग्गहिया चेव / आरंभिया किरिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा-जीवआरंभिया चेव अजीवआरंभिया चेव, एवं परिग्गहियावि॥ 6 // दो किरियाओ प० तं जहामायावत्तिया चेव, मिच्छादसणवत्तिया चेव / मायावत्तियाकिरिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा-आयभाववंकणया चेव परभाववंकणया चेव / मिच्छादसणवत्तियाकिरिया
SR No.004390
Book TitleAngpavittha Suttani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanlal Doshi, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sadhumargi Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year1982
Total Pages1476
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, agam_acharang, agam_sutrakritang, agam_sthanang, agam_samvayang, agam_bhagwati, agam_gyatadharmkatha, agam_upasakdasha, agam_antkrutdasha, & agam_anutta
File Size23 MB
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