________________ 1134 अंग-पविट्ठ सुत्ताणि उवागच्छइ 2 तासीहासणं सण्णिसणे / तए णं से सेलए राया पंथगपामोवखे पंच मंतिसए सद्दावेइ 2 ता एवं वयासी-एवं खलु देवाणुप्पिया ! मए सुयस्स अंतिए धम्मे णिसंते से वि य मे धम्मे इच्छिए पडिच्छिए अभिरुइए, अहं गं देवाणप्पिया ! संसारभउविग्गे जाव पव्वयामि, तुम्भे देवाणप्पिया ! कि करेह कि ववसह किं वा (ते) भे हियइच्छिए सामत्थे ? तए णं ते पंथगपामोक्खा सेलगं रायं एवं वयासी-जइ णं तुब्भे देवाणुप्पिया ! संसार० जाव पव्वयह अम्हाणं देवाणुप्पिया ! किमण्णे आहारे वा आलंबे वा अम्हे वि य णं देवाणुप्पिया ! संसारभउविग्गा जाव पव्वयामो, जहा णं देवाणप्पिया ! अम्हं बहुसु कज्जेसु य कारणेसु य जाव तहा णं पव्वइयाण वि समाणाणं बहसु जाव चक्खु भए / तए णं से सेलगे पंथगपामोक्खे पंच मंतिसए एवं वयासी-जइ णं देवाणुप्पिया ! तुब्भे संसार० जाव पव्वयह तं गच्छह णं देवाणुप्पिया ! सएसु 2 कुडुंबेसु जेठेपुत्ते कुडंबमझे ठावेत्ता पुरिससहस्स. वाहिणीओ सीयाओ दुरूढा समाणा मम अंतियं पाउन्भवह (ति) तेवि तहेव पाउभवंति / तए णं से सेलए राया पंच मंतिसयाई पाउन्भवमाणाई पासइ 2 ता हद्वतुझे कोडुंबियपुरिसे सद्दावेइ 2 ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! मंडुयस्स कुमारस्स महत्थं जाव रायाभिसेयं उवटुवेह. अभिसिंचइ जाव राया जाए (जाव) विहरइ / तए णं से सेलए मंड्यं रायं आपुच्छइ / तए णं से मंडुए राया कोडुबियपुरिसे सहावेइ 2 ता एवं वयासी-खिप्पामेव सेलगपुरं णयरं आसिय जाव गंधवट्टि भयं करेह य कारवेह य क० 2 ता एयमाणत्तियं पच्चप्पिणह / तए णं से मंडुए दोच्चंपि कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ 2 ता एवं वयासी-खिप्पामेव सेलगस्स रणो महत्थं जाव णिक्खमणाभिसेयं जहेव मेहस्स तहेव णवरं पउमावई देवी अग्गकेसे पडिच्छइ सव्वेवि पडिग्गहं गहाय सीयं दुरूहंति अवसेसं तहेव जाव सामाइयमाइयाई एक्कारस अंगाई अहिज्जइ 2 ता बहूहि च उत्थ जाव विहरइ / तए णं से सुए सेलगस्स अणगारस्स ताई पंथगपामोक्खाई पंच अणगारसयाइं सीसत्ताए वियरइ / तए णं से सुए अण्णया कयाइं सेलगपुराओ णगराओ सुभूमिभागाओ उज्जाणाओ पडिणिक्खमइ 2 ता बहिया जणवयविहारं विहरइ / तए णं से सुए अणगारे अण्णया कयाइं तेणं अगंगारसहस्सेणं