________________ 54 तइयं परिसिळं णवमस्स सामाइयवयस्स अहवा पढमस्स सिक्खावयस्स) पंच अइयारा जागियत्वा ण समायरियव्वा, तं०-(०) मणदुप्पणिहाणे, व(इ)यदुप्पणिहाणे, कायदुप्पणिहाणे, सामाइयस्स सइ अकरणया, सामाइयस्स अणवट्टियस्स करणया, जो मे देबसिओ भइयारो कओ तस्स मिच्छामि दुकडं // 9 // (दसमं देसावगासियवयं-) दिगमज्झे गोसा आरम्भ पुव्वाईसु छसु दिसासु जावइयं परिमाणं कयं तत्तो अइरित्तं सेच्छाए सकाएणं गंतूणं पंचासवासेवणस्स पच्चक्खाणं, ) जाव अहोरत्तं दुविहं तिविहेणं ण करेमि ण कारवेमि मणसा वयसा कायसा, (अह य छसु दिसासु जावइयं परिमाणं कयं तम्मज्झेवि जावइया दवाईणं मजाया तओ अइरित्तस्स भोगोवभोगस्स पच्चक्खाणं,)जाव अहोरत्तं एगविहं तिविहेणं ग करेमि मणसा वयसा कायसा, (एयस्स दसमस्स देसाबगासियवयस्स अहवा बिइयस्स सिक्खावयस्स) पंच अइयारा जाणियब्वा ण समायरियव्वा, त०-(०) आणवणप्पओगे, पेसवणप्प ओगे, सद्दाणुवाए, रूवाणुवाए, बहियापुग्गलपक्खवे, जो मे. देवसिओ अहयारो कओ तस्स मिच्छामि दुक्कडं // 10 // (एक्कारसमं पडिपुण्णपोसहवयं-) असगपाणखाइमसाइमपचक्खाणं, भवभपचक्खाणं, अमुगमणिसुवण्णपच्चक्खाणं, मालावण्णगविलेवणपच्चक्ताणं सत्थमुसलाइयसावजजोगसेवणपच्चक्खाणं,)जाव अहो. रतं पज्जुवासामि दुविहं तिविहेणं ण करेमि ण कारवेमि मणमा वयसा कायसा, (एवं मे सदहणा परूवणा पोसहावसरे समागए पोसहकरणे फासगाए सुद्धं, एयस्स एक्कारसमस्स पडिपुण्णपोसहवयस्स अवा तइयस्स सिक्खावयस्स) पंच अइयारा नाणियब्वा ण समायरियव्वा, तं०-(०) अप्पडिलेहियदुप्पडिले हियसेजासंथारए, अप्पमज्जियदुप्पमज्जियसेजासंथारए, अप्पडिलेहियदुप्पडिलेहियउच्चारपासवणभूमी, अप्पमज्जियदुप्पमजिजय उच्चारपासवणभूमी, पोसहस्स सम्म अणणुपालणया, जो मे देवसिओ भइयारो फओ तस्स मिच्छामि दुक्कडं // 11 // (बारसमं अतिहिसंविभागवयं-) समणे णिग्गंथे फासुयएसणिज्जेणं-असणपाणखाइमसाइमवत्थपडिग्गहकंबलपायपुरणेणं पाडिहारियपीटपलगसेज्जासंथारएणं ओसहभेसजेणं पडिलामेमाणे विहरामि, (एवं मे सद्दहमा परूवणा साहुसाहुणीणं जोगे पत्ते फासगाए सुद्ध, एयस्स बारसमस्स अतिहिसंविभागवयस्स अहवा चटत्थस्स सिक्खा - वयस्स) पंच अइयारा जाणियन्वा ण समायरियव्या, तं०-(०) सचित्तविखे