________________ - कप्पसुत्तं-सिरिउसहजिणचरियं 35 करेइ करित्ता छटेणं भत्तेण अपाणएणं आसाढाहिं णक्खत्तेण जोगमुवागएणं उग्गाणं भोयाणं राइण्णाणं खत्तियाणं चउहिं पुरिससहस्सेहिं सद्धिं एगं देवदूसमादाय मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइए // 211 // उसमे णं अरहा कोसलिए एगं वाससहस्सं णिच्चं वोसट्टकाए चियत्तदेहे जाव अप्पाणं भावमाणस्स[इवकं]एगं वाससहस्सं विइक्कंतं, तओ णं जे से हेमंताणं चउत्थे मासे सत्तमे पवखे फन्गुणबहुले तस्स णं फग्गुणबहुलस्स ए[इकारसीपक्खेणं पुव्वण्हकालसमयं सि पुरिमतालरस णगरस्स बहिया सगडमुहंसि उजाणंसि णग्गोहवरपायवस्स अहे अट्ठमेणं भत्तेणं अपाणएणं आसाढाहिं णक्खत्तेण जोगमुवागएणं झाणंतरियाए वट्टमाणरस अणते जाव जाणमाणे पासमाणे विहरइ // 212 // उसमस्स णं अरहओ कोसलियरस चउरर्स ई गणा चउरासीई गणहरा हुत्था // 213 / / उसभस्स णं अरहओ कोसलियरस उसभसेणपामुक्खा ओणं चउरासीइओ समणसाहस्सीओ उदकोसिया समणसंपया हुत्था // 214 // उसभस्स णं अरहओ कोसलियरस बंभीसुंदरीपामुक्खाणं अग्नियाणं तिणि सयसाहस्सीओ उक्कोसिया अज्जियासंपया हुत्था // 215 // एस. भस्स ण 'सिज्जंसपामुक्खाणं समणोवासगाणं तिष्णि सयसाहरसीओ पंच सहरसा उक्कोसिया समणोवास[ग]गाणं संपया हुत्था // 216 // उसमरस जं. 'सुभद्दापामुक्खाणं समणोवासियाणं पंच सयसाहस्सीओ चउप्पणं च सहस्सा उनकोसिया समगोवासियाणं संपया हुत्था // 217 // उसमस्स "चत्तारि सहस्सा सत्त सया पण्णासा चउद्दसपुवीणं अजिणाणं जिणसंकासाणं जाव उवको सिया चरसपुत्विसंपया हुत्था // 218 // उसभस्सणं'''णव सहस्सा ओहिणाणीणं० उवको सिया ओहिणाणिसंपया हुत्था // 219 // उसभस्स f"वीससहस्सा केवलणाणीणं० उवको सिया केवलणाणिसंपया हुत्था // 220 // उसभस्स णं''वीससहस्सा हच्च सया वेउव्वियाणं० उक्कोसिया वेउव्विय(समण)संपया हुत्था // 221 / / उसमस्स णं"बारस सहस्सा छच्च सया पण्णासा विउलमईणं अड्वाइज्जेसु दी(वेसु दोसु य)वसमुद्देसु सप्णीणं पंचिंदियाण पजत्तगाणं मणोगए भावे जाणमाणाणं (पासमाणाणं) विलमइसंपया हुत्था // 222 // उसमस्स णं"बारस सहस्सा उच्च सया पण्णासा वाईणं० उवकोसिया वाइसंपया हुत्था // 223 // उसभस्स "वीसं अंतेवासि सहस्सा सिद्धा, चत्तालीसं अज्जिया(स)साहस्(सा)सीओ सिद्धाओ // 224 // उसमस्स ण"बावीससहस्सा णव सया अणुत्तरोववाइयाणं गइकल्लाणाणं जाव भदाणं उवकोसिया अणु