________________ 1064 अनंगपविट्ठसुत्ताणि // 26 // (1) पुढविकायं ण हिंसंति, मणसा वयसा कायसा। तिविहेण करणजोएण, संजया सुसमाहिया // 27 // पुढविकायं विहिंसंतो, हिंसई उ तयस्सिए / तसे य विविहे पाणे, चक्खुसे य अचक्खुसे // 28 // तम्हा एयं वियाणित्ता, दोस दुग्गइवडणं / पुढविकायसमारंभ, जावज्नीवाए वजए // 29 // (2) आउकायं न हिंसंति, मणसा वयसा कायसा। तिविहेण करणजोएण, संजया सुसमाहिया // 30 // आउकायं विहिंसंतो, हिंसई उ तयस्सिए / तसे य विविहे पाणे, चवखुसे य अचक्खुसे // 31 // तम्हा एयं वियाणित्ता, दोसं दुग्गइवडणं / आउकायसमा. रंभ, जावज्जीवाए वजए // 32 // (3) जायतेयं ण इच्छंति, पावगं जलइत्तए / तिक्खमण्णयरं सत्थं, सव्वओ वि दुरासयं // 33 // पाईणं पडिणं वावि, उ8 अणुदिसामवि / अहे दाहिणओ वावि, दहे उत्तरओ वि य // 34 // भूयाणमेसमाधाओ, हव्ववाहो ण संसओ। तं पईवपयावट्ठा, संजया किंचि णारभे // 35 // तम्हा एयं वियाणित्ता, दोसं दुग्गइवणं / तेउकायसमारंभ, जावजवाए वजए // 36 // (4) अणिलस्स समारंभ, बुद्धा मण्णंति तारिसं / सावजबहुलं चेयं णेयं ताईहिं सेवियं // 37 // तालियंटेण पत्तेण, साहाविहुयण ण वा / ण ते वीइउमिच्छंति, वीयावेऊण वा परं // 38 // नं पि बत्थं व पायं वा, कंबलं पायपुंछणं / ण ते वायमुईरंति, जयं परिहरंति य // 39 // तम्हा एयं वियाणित्ता, दोसं दुग्गइवड्डणं / वाउकायसमारंभ, जावज्जीवाए वजए // 40 // (5) वणस्सई ण हिंसंति, मणसा बयसा कायसा / तिविहेण करणजोएण, संजया सुसमाहिया // 41 // वणस्सई विहिंसंतो, हिंसई उ तयस्सिए / तसे य विविहे पाणे, चवखुसे य अचक्खुसें // 42 // तम्हा एयं वियाणित्ता, दोसं दुग्गइववृणं / वणस्सहसमारंभ, जावज्जीवाए वजए // 43 // (6-12) तसकायं ण हिंसंति, मणसा वयसा कायसा / तिविहेण करणजोएण, संजया सुसमाहिया // 44 // तसकायं विहिंसंतो, हिंसई उ तयस्सिए। तसे य विविहे पाणे, चक्खुसे य अचवखुसे // 45 // तम्हा एयं वियाणित्ता, दोसं दुग्गइवढणं / तसकायसमारंभ, बावज्जीवाए वजए // 46 // (13) जाइं चत्तारिऽभुजाई, इसिणाहारमाइणि / ताई तु विवज्जतो, संजमं अणुपालए // 47 // पिंड सिज्जं च वत्थं च, चउत्थं पायमेवे य / अकप्पियं ण इच्छिजा, पडिगाहिज कप्पियं // 48 // जे णियागं ममायंति, कीयमुद्देसियाहडं। वहं ते समणुजाणंति, इइ बुत्तं महेसिणा // 49 // तम्हा असणपाणाई, कीयमुद्दे