________________ 906 अनंगपविट्ठसुत्ताणि . ठाणस्स आलोयावेत्ता जाव पायच्छित्तं पडिवजावेत्ता पुच्छित्तए वा वाएत्तए वा उवट्ठावेत्तए वा संभुंजित्तए वा संवसित्तए वा तीसे इत्तरियं दिसं वा अणुदिसं वा उद्दिसित्तए वा धारेत्तए वा, तं च णिग्गंथीओ णो इच्छेजा, सेवमेव णियं ठाणं // 178 // जे णिग्गंथा य णिग्गंथीओ य संभोइया सिया, णो ण्हं कप्पइ (णिग्गंधाणं) पारोक्खं पाडिएक्कं संभोइयं विसंभोगं करेत्तए, कप्पइ एहं पच्चक्खं पाडिएक्कं संभोइयं विसंभोगं करेत्तए, जत्थेव अण्णमण्णं पासेजा तत्थेव एवं वएजा-अहं णं अज्जो ! तुमाए सद्धिं इमम्मि कारणम्मि पच्चक्खं संभोगं विसंभोगं करेमि, से य पडित पेजा एवं से णो कप्पइ पच्चक्खं पाडिएक्कं संभोइयं विसंभोगं करेत्तए, से य णो पडितप्पेजा एवं से कप्पइ पच्चक्ख पाडिएषकं संभोइयं विसंभोग करेत्तए॥१७९|| जाओ णिग्गंथीओ वा णिग्गंथा वा संभोइया सिया, णो ण्हं कप्पइ (णिग्गंथीणं) पच्चक्खं पाडिएक्कं संभोइयं विसंभोगं करेत्तए, कप्पइ ण्हं पारोक्खं पाडिएक्कं संभोइयं विसंभोगं करेत्तए, जत्थेव ताओ अप्पणो आयरियउवज्झाए पासेजा, तत्थेव एवं वएजा-अह णं भंते ! अमुगीए अजाए सद्धिं इमम्मि कारणम्मि पारोक्खं पाडिएक्कं संभोग विसंभोगं करेमि, सा य से पडितप्पेजा एवं से णो कप्पइ पारोक्खं पाडिएक्कं संभोइयं विसंभोगं करेत्तए, सा य से णो पडितप्पेजा एवं से कप्पइ पारोक्खं पाडिएक्कं संभोइयं विसंभोगं करेत्तए // 180 // णो कप्पइ णिग्गंथाणं णिग्गंथिं अपणो अट्ठाए पवावेत्तए वा मुंडावेत्तए वा (सिक्खावेत्तए वा) सेहावेत्तए वा उवट्ठावेत्तए वा संवसित्तए वा संभुंजित्तए वा तीसे इत्तरियं दिसं वा अणुदिसं वा उद्दिसित्तए वा धारेत्तए वा // 181 / / कप्पइ णिग्गंथाणं णिग्गंथिं अण्णेसिं अट्ठाए पवावेत्तए वा जाव संभुंजित्तए वा तीसे इत्तरियं दिसं वा अणुदिसं वा उद्दिसित्तए वा धारेत्तए वा // 182 // णो कप्पइ णिग्गंथीणं णिग्गंथं अप्पणो अट्ठाए पवावेत्तए वा मुंडावेत्तए वा जाव उद्दिसित्तए वा धारेत्तए वा // 183 // कप्पइ णिग्गंथणं णिग्गंथं णिग्गंथाणं अट्ठाए पव्वावेत्तएं वा मुंडावेत्तए वा जाव उद्दिसित्तए वा धारेत्तए वा // 184 // णो कप्पइ णिग्गंथीणं विइकिट्टियं दिसं वा अणुदिसं वा उद्दिसित्तए वा धारेत्तए वा // 185 // कप्पइ णिग्गंथाणं विइकिट्ठियं दिसं वा अणुदिसं वा उद्दिसित्तए वा धारेत्तए वा // 186 // णो कप्पइ णिग्गंथाणं विइकिट्ठाई पाहुडाई विओसवेत्तए // 187 // कप्पइ णिग्गंथीणं विइकिट्ठाई पाहुडाइं विओसवेत्तए / / 188 // णो कप्पइ णिग्गंथाणं विइकिट्ठए काले सज्झायं करेत्तए // 189 // कप्पइ णिग्गंथीणं विइकिट्ठए काले सज्झायं करेत्तए णिग्गंथणिस्साए // 190 // णो कप्पइ णिग्गंथाण