________________ 862 अनंगपविट्ठसुत्ताणि वाणारसीए णयरीए सोमिले णामं माहणे अच्चंतमाहणकुलप्पसूए, तए णं मए वयाई चिण्णाइं जाव जूवा णिक्वित्ता,तए ण मए वाणारसीए णयरीए बहिया बहवे अम्बारामा जाव पुष्फारामा य रोवाविया, तं सेयं खलु ममं इयाणि कल्लं जाव जलंते सुबहुं लोहकडाहकडुच्छुयं तम्बियं तावसभण्डं घडावेत्ता विउलं असणं पाणं खाइम साइमं"मित्तणाइ"आमंतेत्ता तं मित्तणाइणियग० विउलेणं असण० जाव संमाणेत्ता तस्सेव मित्त जाव जेट्ठपुत्तं कुडुम्बे टवेत्ता तं मित्तणाइ जाव आपुच्छित्ता सुबह लोहकडाहकडुच्छ्यं तम्बियं तावसभण्डगं गहाय जे इमे गंगाकुला वाणपन्था तावसा भवंति, तंजहा-होत्तिया पोत्तिया कोत्तिया जण्णई सट्टई थालई हुम्बरट्टा दंतुक्खलिया उम्मजगा संमजगा णिमजगा संपक्खालगा दक्खिगकुला उत्तरकूला संखधमा कूलधमा मियलुद्धया हत्थितावसा उद्दण्डा दिसापोक्खिणो वकवासियो बिलवासिणो जलवासिणो रुक्खमूलिया अम्बुभक्विणो वाउभक्विणो सेवालभक्खिणो मूलाहारा कंदाहारा तयांहारा पत्ताहारा पुप्फाहारा फलाहारा बीयाहारा परिसडियकंदमूलतयपत्तपुप्फफलाहारा जलाभिसेयकढिणगायभूया आयावणाहि पंचग्गितावेहि इंगालसोल्लियं कंदुसोल्लियं पिव अप्पाणं करेमाणा विहरंति, तत्थ णं जे ते दिसापोक्खिया तावसा तेसिं अंतिए दिसापोक्खियत्साए पव्वइत्तए, पव्वइए वि य णं समाणे इमं एयारूवं अभिग्गहं अभिगिहिस्सामि-कप्पइ मे जावज्जीवाए छटुंछे?णं अणिक्खित्तेणं दिसाचकवालेणं तवोकम्मेणं उड़े बाहाओ पगिझिय 2 सूराभिमुहस्स आयावणभूमीए आयावेमाणस्स विहरित्तएत्तिकट्ट एवं संपेहेइ २त्ता कल्लं जाव जलंते सुबहं लोह० जाव दिसापोक्खियतावसत्ताए पव्वइए / पव्वइए वि य णं समाणे इमं एयारूवं अभिग्गहं आव अभिगिण्हित्ता पदमं छट्टदलमणं उवसंपज्जित्ताणं विहरइ ॥९॥तएणं से सोमिले माहणे रिसी पढमछट्टक्खमणपारणंसि आयावणभूमीए पञ्चोरुहइ 2 स्ता वागलवत्थणियत्थे जेणेव सए उडए तेणेव उवागच्छद २त्ता किढिणसंकाइयं गेण्हइ रत्ता पुरस्थिमं दिसिं पुक्खेड रत्ता पुरस्थिमाए दिसाए सोमे महाराया पत्थाणे पत्थियं अभिरक्खउ सोमिलमाहणरिसिं, जाणि य तत्थ कंदाणि य मूलाणि य तयाणि य पत्ताणि य पुष्पाणि य फलाणि य बीयाणि य हरियाणि य ताणि अणुजाणउर्तिकट्ट पुरस्थिमं दिसं पसरइ 2 त्ता जाणि य तत्थ कंदाणि य जाव हरियाणि य ताई गेण्हड २त्ता किदिणसंकाइयगं भरेइ २त्ता.दन्भे य कुसे य पत्तामोडं च समिहाकट्ठाणि य गेण्हा रस्ता जेणेव सए उडए तेणेव उवागच्छइ रत्ता