________________ चंदपण्णत्ती पा. 10 पा. 21 766 * ता कहं ते संवच्छरा आहिताति वएजा ? ता पंच संवच्छरा आहिताति वएजा, तं०-णक्खत्तसंवच्छरे जुगसंवच्छरे पमाणसंवसारे लक्खणसंवच्छरे सणिच्छरसंवच्छरे // 52 // ता णखत्तसंवच्छरे णं कइबिहे प० 1 ता णक्खत्तसंवच्छरे णं दुवालसबिहे पण्णत्ते, तं०-सावणे भद्दधए जाप आसाढे, जं वा बहस्सइमहग्गहे दुवालसहिं संवच्छरोहिं सध्वं णक्खत्तमंडलं समाणेइ // 53 // 0 ता जुगसंवच्छरे णं पंचविहे पण्णते, तंजहा-चंदे चंदे अमिवडिए चंदे अभिवड़िए चेव, ता पढमस्स णं चंदसंवच्छरस्स चउवीसं पव्वा प०, दोच्चस्स णं चंदसंवच्छरस्स चउवीसं पव्वा प०, तच्चस्स णं अभिवट्टियसंवच्छरस्स छव्वीसं पव्वा प०, चउत्थस्स णं चंदसंवह रस्स चउवीसं पव्वा प०, पंचमस्स णं अभिवड्डियसंवच्छरस्स ब्व्वीसं पव्वा पण्णत्ता, एवामेव सपुन्वावरेणं पंचसंवच्छरिए जुगे एगे चउवीसे पव्वसए भवतीति मक्खायं // 54 // 0 ता पमाणसंवच्छरे णं पंचविहे प०, तंजहा–णक्खत्ते चंदे उडू आइच्चे अभिवहिए // 55 // 0 ता लक्खणसंवच्छरे णं पंचविहे प०, तं०-समगं णवखत्ता जोयं जोएंति समगं उऊ परिणमंति / णच्चुण्ह णाइसीए बहुउदए होइ णखत्ते // 1 // ससि समग पुण्णिमासिं जोइंवा विसमचारिणक्खत्ता / कडुओ बहूदओ य तमाहु संवच्छरं चंदं // 2 // विसमं पवालिणो परिणमंति अणुउसु दिति पुप्फफलं / वासं ण सम्म वासइ तमाहु संवच्छरं कम्मं // 3 // पुढविदगाणं च रसं पुप्फफ्लाणं च देह आइच्चे / अपेणवि वासेणं सम्म पिफजए सस्सं // 4 // आइच्चतेयतविया खणलवदिवसा उऊ परिणमंति / पूरेइ णिण्मथलए तमाहु अभिवड्डियं जाण // 5 // 0 ता सणिच्छरसंवच्छरे णं अट्ठावीसइविहे म०, तं.-अभीई सवणे जाव उत्तरासादा, जं वा सणिच्छरे महग्गहे तीसाए संवच्छरोहिं सव्वं णक्खत्तमंडलं समाणेइ // 56 // दसमस्स पाहुडस्स वीसइमं पाहुस्पाहुडं समतं // 10-20 // .ता कहं ते जोइसस्स दारा आहिताति वएजा ? तत्थ खलु इमाओ पंच पडिवत्तीओ पण्णत्ताओ, सं०-तत्येगे एबमाहंसु-ता कत्तियाइया णं सत्त क्खत्ता पुब्वदारिया पण्णत्ता एगे एवमाहंसु 1, एगे पुण एषमाइंसु-ता महाइयाणं सत्त णवत्ता पुव्वदारिया पण्णत्ता एगे एवमाहंसु 2, एगे पुण एवमाइंसु-ता धणिट्ठाइया णं सत्त 'णवत्ता पुव्वदारिया पण्णत्ता एगे एवमाइंसु 3, एगे पुण एवमाहंसु-सा अस्सिणी आइया गं सत्त णवत्ता पुब्बदारिया पण्णसा एगे एवमाइंसु 4, एगे पुण एवमाहंसु-ता भरणीआइया णं सत्त णक्खत्ता पुव्वदारिया पण्णत्ता० 5 / तत्थ जे ते