________________ षोडश रोगाः अच्छीवेयण तह कण्णवेयणा कंदु कौढ दगउन एते ते सोलस वी समासतो वण्णिता रोगा। दारं / / अण्णी पडिबंधेणं गुरुकुलवासं ण चेव आवसती। तेणं णाहिज्जति ऊ के पुण पडिबंधिमे सुणस्, 1428 सो गामो सा वइया तं भत्तं भद्दओ जणो जत्थ / एताई संभरतो गुरुकुलवासं ण रोएति // 1420 // सकारो सम्माणो पूजइ मे भोइओ तहिं गामे / आयरिओ महतरओ एरिसता मे तहिं सड्ढा 1430 // सच्छंदुठाणणिवज्जंणस्स सच्छंदगहितभिक्खस्स सच्छंदजपियस्स य मा मे सत्तू विएगागी // 1431 / एतेहि ऊ अभागी सीताइणं ण देति तु उरं तु। तो णाहिज्जति सो ऊ गुरुकुलवासं असेतो 1432 एतेहिं (ण) पडिवज्जे अणुसंहिं दारिधं परिममत्तं / का पुण सामायारी जिणकप्पे होतिमा साउ 1433 खेत्ते काल चरित्ते तित्थे परियाग आगमे वेदे। कप्पे लिंगे लेस्सा गणणे झाणे यऽभिग्गहे // 1434 // पव्वावण मुंडावण मणसा वण्णे वि से अणुग्धाता। कारणणिप्पडिकम्मे भत्तं पंयो य ततियाए // 1430 /