________________ भङ्गसङ्ख्यामानम् [105] तिषिण सता तू वीसा दोणि सहस्साई चउसयजुयाई एक्कारस य सहस्सा दोषिण सता चेव णायव्या 945 छत्तीस सहस्साई चउरो य सता हवंति णायव्वा। सत्तासीइ सहस्सा तिणि सता चेव सट्ठहिता 946 एक्कं च सतसहस्सं सठि सहस्सा सयं च सट्ठी य। दो लक्खा अडवीसा सहस्स अट्ठेव य सयाइं // 947 दो चेय सयसहस्सा सत्तावणं भवे सहस्साइं। चउरो सय अट्ठमए ठाणा सत्तंतिमे वीसा // 948 // जह पढमे तह पंचमे जह बीए तह चउत्थए रासी / एक्कगगुणकारे पुण सोलसमादी तु जावेक्को 949 अचित्तदविए कप्पे संजोगा सव्वपिंडिता काउं / जितकप्पेक्कादीहिं गुणिते फलरासिणो मुणसु 950 तिणे व य सतसहस्सा ठाणसहस्सा हवंति तेणउति दो य सया य दसहिता एक्कगसंजोगसंगुणिता 951 णव चेव सयसहस्सा तेसीति सहस्स तय पणुवीसा बियसंजोग चउक्के वि एत्तिया चेव णायव्वा // 952 // सत्तसय दस सहस्सा तेरस लक्खा य तियगसंजोगे पंच य पढमसरिच्छा अचित्तपिंडो उ अंतिमए 956