________________ धार्मिक द्रव्यके संचालन करनेकी योग्यता ग्रामपंचायतमें पदारूढ बनेंगे तो अपने धर्मके पांच-पंद्रह कामकाज वे अवश्य कर पायेंगे / भले ही वे अकेले होंगे, लेकिन उसकी बुलंदी आवाज, जब अनेकों कानों तक पहुंचेगी, तब कई लोग उन्हें साथ देंगे / हाँ, वे राजकीय पक्ष कत्लखाने आदिकी किसी पापी योजनाको कार्यान्वित करना चाहे तो, वह उसका सख्त विरोध अथवा वोकआउट करे, जिससे ऐसे बुरे प्रस्तावके अनुमोदनका पाप न लगे / . (19) अपने जन्मदिवस पर ट्रस्टीको साधर्मिक भक्ति करनी चाहिए, साधारण बहीमें अच्छी रकमकी भेंट करनी चाहिए और पाठशालाको बल मिले ऐसे दान देने चाहिए / उतना ही नहीं लेकिन गाँवके अगुओं और संघके सदस्योंके जन्मदिवसोंकी यादी-सूचि बना रखनी चाहिए और जिसका जिस तिथिके रोज जन्मदिन हो, तब उसके घर पहुँचकर अथवा लग्गतिथि या लग्नप्रसंग पर उन उन व्यक्तियोंके घर पहुँचकर नि:संकोच अपनी संस्थामें रकम भेंट करने के लिए प्रार्थनाके साथ हाथ फैलायें / यदि ऐसा होगा तो बहुत-सी रकम साधारण बही आदिके लिए प्राप्त होगी / पाठशालाओंको पर्याप्त प्रोत्साहन मिलेगा / और पाँजरापोलोंको काफी सहायता मिलेगी और उसके कारण देवद्रव्यका भक्षण रूकेगा एवं झूठे बिल-वाउचर बनानेकी प्रवृत्ति रूकेगी / (20) ट्रस्टी प्राथमिक कक्षाके जैन तत्त्वज्ञानका ज्ञाता होना चाहिए / कमसे कम उसे दो प्रतिक्रमणसूत्र और उनके अर्थोंकी जानकारी . होनी चाहिए / यथासंभव दो समयका प्रतिक्रमण, वह सभीके साथ करता हो / (21) ट्रस्टी हमेशा परमात्मास्थापित जैनसंघको ही प्रधानता दें / शास्त्राज्ञाओंसे विरुद्ध विचार और आचरण करनेवाले अमान्य, अस्वीकृत तथाकथित मंडलोंकी जल्द प्रधानता न दें / ऐसे मंडलोंसे जैनसंघको पारावार नुकसान होता रहा है / (22) ट्रस्टी निर्भय, खुद्दार होना चाहिए / अपने संघ या धार्मिक ट्रस्ट पर आनेवाले किसी भी आक्रमणका वह गभराये बिना मुकाबला करें / कपर्दी मंत्री, रामला बारोट, बहादुरसिंहजी, लालभाई सेठ, शान्तिदास सेठ, खुशालचंद सेठ, वखतचंद सेठ जैसा वह मर्द हो और उनमेंसे प्रेरणा पाता हो /