________________ चौदह क्षेत्रोंसे संबद्ध प्रश्नोत्तरी ____101 भेंटके रूपमें देनी पडे और आखिरमें जिन्हें पस्तीमें निकालनी पडे / इससे उन्हें भारी दोषभागी बनना पडता है / प्रश्न : (74) ज्ञानविभागकी रकममेंसे उपाश्रयके पाटे, बैठकें साधुकी उपधि आदि रखनेकी आलमारियाँ आदिकी खरीदी की जा सकती उत्तर : अवश्य, ज्ञानकी किताबोंको रखनेके लिए हि आलमारी आदि लाया जा सकता है; अन्य चीजें भरनेके लिए नहीं / बाकी तो गृहस्थोंका कर्तव्य है कि वे धनमूर्छा कम कर उपाश्रयकी आवश्यकताएँ-पाटे, बैठकें आदि-पूरी करें / प्रश्न : (75) पस्तीमें निकालने लायक चीजोंकां अखबार मेगेजिन, पत्रिका, डाक संचालनके थोथे आदिका-फैसला कैसे किया जाय ? उत्तर : गृहस्थोंको ध्यानमें रखकर यदि यह प्रश्न किया गया हो तो उसका उत्तर यह है कि न्यूनातिन्यून विराधनाको लक्ष्यमें रखकर गृहस्थ लोग काम करें / कई लोग नदी आदिके पानीमें बहा देते हैं / कई लोग पुनः उसमेंसे नये कागजके निर्माण करनेकी प्रक्रियामें (री-साइकलिंग)मैं बेच देते हैं / कई लोग निर्जन-कुएमें डाल देते हैं / गृहस्थलोग अनेक विराधनाओंमें बैठे हैं / वे अपने ढंगसे - पापभीरुताको जीवंत रखकर जयणापूर्वक इसके बारेमें सोचे / हालमें साधुलोग सामान्यतया अपने लिए अनावश्यक नोटों आदिके छोटे छोटे टूकडेकर निर्जन कुएमें विसर्जित करते हैं / यद्यपि वर्तमानमें ऐसे लक्षणवाले कुँए द्रष्टिगोचर न होनेसे तकलीफ तो है ही / इसी लिए साधुलोग, गृहस्थोंको ऐसी चीजें - अखबार, पत्रिका, सामयिक, निमंत्रणपत्रिका आदि-सोंप देते हैं, जिससे तद्विषयक विसर्जनविधि उन्हें न करनी पड़े / प्रश्र : (76.) भारतमें सैंकडों जैन ज्ञानभंडार हैं / जिनमेंसें कई अस्तव्यस्त हैं / कईयोंको तो दिमक भी लग गयी होगी / इन तमाम भंडारोंको एक स्थान पर एकत्रित कर, उनकी देखभाल की जाय तो ? उत्तर :- अवश्य, यह हो सकता है। लेकिन यह जमाना बममारीका होनेसे केन्द्रीकरण करनेमें बड़ा खतरा है / यदि भंडार अलग अलग स्थानों पर सुरक्षित रह सके तो वह इच्छनीय होगा, क्योंकि उससे बममारीसे कई भंडार जल जायँ, तो बाकी सैंकडों भंडार बच पायँगें /