________________ ISSNNo.0971-796x समयसा जावाल mercimire // जयदु सुद-देवदा॥ प्राकृत-विद्या PRAKRIT-VIDYA Pagad-Viija पागद-विज्जा प्राकृत, अपभ्रंश आदि प्राच्य भारतीय भाषाओं की वर्तमान राष्ट्रभाषा हिन्दी तक की विकास-यात्रा. दर्शानेवाली समर्पित त्रैमासिकी शोध-पत्रिका The devoted quarterly research journal develop progress showing of Prakrit Apbhramsha, Ancient Indian Languages & National Hindi Language वीरसंवत् 2531 जनवरी-दिसम्बर 2004 ई. वर्ष 16 अंक 1-4 Veersamvat 2531 January-December'2004 Year 16 Issue 1-4 . आचार्य कुन्दकुन्द समाधि-संवत् 2016 सम्पादक-मण्डल प्रो. (डॉ.) राजाराम जैन प्रो. (डॉ.) प्रेमसुमन जैन प्रो. (डॉ.) शशिप्रभा जैन डॉ. वीरसागर जैन डॉ. अनेकान्त कुमार जैन श्री पारसदास जैन प्रबन्ध सम्पादक - डॉ. सत्यप्रकाश जैन Publisher प्रकाशक श्री सुरेशचन्द्र जैन मन्त्री श्री कुन्दकुन्द भारती ट्रस्ट 18-बी, स्पेशल इन्स्टीट्यूशनल एरिया, नई दिल्ली-110067 फोन (011) 26564510, 26513138 SURESH CHANDRA JAIN Secretary Shri Kundkund Bharti Trust 18-B, Special Institutional Area New Delhi-110067 Phone (011) 26564510, 26513138 मूल्य प्रति अंक - बीस रुपये (भारत में) 2.0 $ (डालर) भारत के बाहर प्राकृतविद्या-जनवरी-दिसम्बर (संयुक्तांक) '2004 001