________________ 68] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः / चतुर्दशमो विभागः विसेसिए गेवेजए अ अणुत्तरोववाइए अ 31 / अविसेसिए गेवेन्जए विसेसिए हेट्ठिम, मज्झिम, उवरि, अविसेसिए हेट्ठिमगेवेजए विसेसिए हेट्ठिम-हेट्ठिमगेवेजए हेट्ठिम-मझिमगेवेजए, हिटिम-उवरिमगेवेजए 40 / अविसेसिए मज्झिमगेविजए विसेसिए हिट्ठिम-मझिमगेविजए मज्झिम-मज्झिमगेवेजए मन्झिम-उवरिमगेवेजए 41 / अविसेसिए उवरिमगेवेजए विसेसिए उपरिम-हेट्ठिमगेवेजए उबरिम-मझिमगेवेजए उवरिम-उवरिम-गेवेजए अ४२। -एतेसिपि सव्वेसिं अविसेसित्र-विसेसित्र-पजत्तगापजत्तगभेदा भाणिश्रव्वा 43 / अविसेसिए अणुत्तरोववाइए विसेसिए विजयए वेजयंतए जयंतए 'अपराजिए सवट्ठसिद्धंए श्र४४ / एतेसिपि सव्वेसिं अविसेसित्रविसेसिअ-पजत्तगापजत्तगभेदा भाणिव्वा 45 / अविसेसिए अजीवदव्वे विसेसिए धम्मत्थिकाए अधम्मस्थिकाए अागासत्थिकाए पोग्गलत्थिकाए श्रद्धासमए अ 46 / अविसेसिए पोग्गलत्थिकाए विसेसिए परमाणुपोग्गले दुपएसिए तिपएसिए जाव अणंतपएसिए अ 47 / से तं दुनामे 48 // सू० 122 // से किं तं तिनामे ?, 2 तिविहे पण्णत्ते, तंजहा-दव्वाणामे गुणणामे पजवणामे श्र 1 / से किं तं दव्वणामे ?, 2 छविहे परणत्ते, तंजहाधम्मत्थिकाए अधम्मत्थिकाए श्रागासस्थिकाए जीवत्थिकाए पुग्गलत्थिकाए श्रद्धासमए अ, से तं दव्वनामे 2 / किं तं गुणणामे ?, 2 पंचविहे पराणत्ते, तंजहा-वराणणामे गंधणामे रसणामे फासणामे संगणणामे / से किं तं वराणणामे ?, 2 पंचविहे पराणत्ते, तंजहा-कालवराणनामे नीलवराणनामे लोहिअवराणनामे हालिद्दवराणनामे सुकिल्लवगणणामे, से तं वगणनामे / से किं तं गंधनामे ?, 2 दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-सुरभिगंधनामे श्र दुरभिगं. * धनामे अ, से तं गंधनामे। से किं तं रसनामे ?, 2 पंचविहे . पराणत्ते, . तंजहा-तित्तरसणामे कडुअरसणामे कसायरसणामे अंबिलरसणामे महुररस सकससे किं तं दवणाम, जीवस्थिकाए पुग्गलाया