________________ श्रीमदनुयोगद्वार-सूत्रम् ] [67 पंचिंदिअतिरिक्खजोणिए अ गब्भवक्कंतित्र-खहयर-पंचिंदिअतिरिक्खजोणिए अ 23 / अविसेसिए समुच्छिम-खहयर-पंचिंदियतिरिक्खजोणिए विसेसिए पजत्तय-संमुच्छिम-खहयर-पंचिंदिअतिरिक्खजोणिए थ अपजत्तयसंमुच्छिम-खहयर-पंचिंदिअतिरिक्खजोणिए 24 / अविसेसिए गम्भवक्कं. तिथ-खहयर-पंचिंदिअतिरिक्खजोणिए विसेसिए पजत्तय-गब्भवक्कतिय खहयर-पंचिंदियतिरिक्खजोणिए अ अपजत्तय-गम्भवक्कंतित्र-खहयर-पंचिंदिअतिरिक्खजोणिए य 25 / अविसेसिए मणुस्से विसेसिए समुच्छिममगुस्से अ गब्भवक्कंतिश्रमणुस्से अ 26 / अविसेसिए समुच्छिममणुस्से विसेसिए पजत्त-संमुच्छिममणुस्से अ अपजत्त-संमुछिममणुम्से अ 27 / अविसिसेए गभवक्कंतित्रमणुस्से विसेसिए कम्मभूमियो य अकम्मभूमिश्रो य अंतरदीवयो य संखिजवासाउय असंखिजवासाउय पजत्तापजत्तयो 28 / अविसेसिए देवे विसेसिए भवणवासी वाणमंतरे जोइसिए वेमाणिए अ 21 / अविसेसिए भवणवासी विसेसिए असुरकुमारे नागकुमारे सुवरणकुमारे विज्जुकुमारे अग्गिकुमारे दीवकुमारे उदधिकुमारे दिसाकुमारे वाउकुमारे थणियकुमारे 30 / सव्वेसिपि अविसेसिब-विसेसित्र-पजत्तगअपजत्तगभेदा भाणिव्या 31 / अविसेसिए वाणमंतरे विसेसिए पिसाए भए जक्खे रक्खसे किराणरे किंपुरिसे महोरगे गंधव्वे 32 / एतेसिपि अविसेसित्र-विसेसिअ-पजत्तय-अपजतगभेदा भाणियव्वा 33 / अविसेसिए जोइसिए विसेसिए चंदे सूरे गहगणे नक्खत्ते तारारूवे 34 / एतेसिपि अविसेसिय-विसेसिय-पजत्तय-अपजत्तयभेया भाणिव्वा 35 / अविसेसिए वेमाणिए विसेसिए कप्पोवगे अ कप्पातीतगे अ 36 / अविसेसिए कप्पोवगे विसेसिए सोहम्मऐ ईसाणए सणंकुमारए माहिदिए बंभलोए लंतयए महासुकए सहस्सारए ग्राणयए पाणयए धारणए अच्चुयए 37 / एतेसिपि अविसेसियविसेसित्र-अपजत्तग-पजत्तगभेदा भाणिवा 38 / अविसेसिए कप्पातीतए