________________ भीनन्दिनम् !-- - [ 25 नायाधम्मकहाणं परिसा वायणा संखिजा अणुयोगदारा संखिजा वेदा संखिजा सिलोगा संखिजानो निज्जुत्तीश्रो संखिजायो पडिवत्तीयो संखिजारो संगहणीयो 3 / से णं अंगट्टयाए छठे अंगे दो सुक्खंघे एगूणवीसं अज्झयणा एगूणवीसं उद्दसणकाला. एगूणवीसं समुह सणकाला संखिज्जाइ पयसहस्साइ पयग्गेणं 4 / संखेजा अक्खरा अणंता गमा अणंता पजवा परित्ता तसा अणंता थावरा सासयकडनिबद्धनिकाइया जिणपन्नता भावा अाघविज्जति पन्नविज्जंति परुविज्जति दंसिज्जति निर्देसिज्जति उवदंसिज्जति 5 / से एवं पाया से एवं नाया से एवं विन्नाया से एवं चरणकरणपरूवणा श्रापविजइ से तं नायाधम्मकहायो 6 // 6 // सू० 37 // से किं तं उवासगदसायो ? उवा लगदसामु णं समणोवामयाणं नगराई उज्जाणाई चेइयाई वणसं. डाई समोसरणाई रायाणो अम्मापियरो धम्मायरिया धम्ममहायो इहलोइयारलोइया इडिविसेसा भोगपरिचाया पव्वजारो परिधागा सुअपरिग्गहा तबोवहाणाई सीलब्वयगुण-वेरमणपञ्चक्खाण-पोसहोववास-पडिवजणया पडिमायो उत्सग्गा संलेहणायो भत्तपञ्चक्खाणाई पायोवगमणाई देवलोगगमणाई सुकुलपञ्चायाईयो पुणवोहिलाभा अंतकिरियायो अाघविज्जति 1 / उवासगदसाणं परित्ता वायणा संखेजा अणुयोगदारा संखिजा वेढा संखिजा सिलोगा संखिजाश्रो निज्जुत्तीयो संखिजायो संगहणीयो संखिजारो पडिवत्तीयो 2 / से णं अंगठ्ठयाए मत्तमे अंगे एगे सुअखंधे दस अज्झयणा दस उद्देसणकाला दस समुद्दे सणकालां संखिजाइ पयसहस्साइ पयग्गेणं 3 / संखिजा अक्खरा अणंता गमा श्रणंता पजवा परित्ता तसा अणंता थावरा सासयकडनिबद्धनिकाइया जिणपन्नता भावा बाघविज्जति पन्नविज्जंति परूविज्जति दंसिज्जति निदंमिजजाते अदसिज्जंति 4 / से. एवं पाया से एवं नाया से एवं विनाया एवं