________________ श्रीनन्दिनम् / [21 याणं भावाणं परूवणा श्रापविजति 2 / गणे ‘णं परिता वायणा संखिजा अणुयोगदारा संखिजा वेढा संखिजा सिलोगा सखिजायो निज्जुत्तीयो संखिज्जायो पडिवत्तीयो संखिजाओ संगहणीयो 3 / से णं अंगठ्ठयाए तइए अंगे एगे सुअखंधे दस अन्झयणा एगवीसं उद्दे सणकाला एगवीमं समुद्दे सणकाला बावत्तरि पयसहस्सा पयग्गेण 4 / संखिजा अक्खरा अणंना गमा अणंता पजवा परिना तसा अणंता थावरा सासयकडनिबद्धनिकाइया जिणपन्नता भावा पापविजंति पन्नविजंति परूविज्जति दसिज्जत्ति निर्देसिज्जति उवदं सेजति 5 / से एवं श्राया से एवं नाया से एवं विनाया से एवं चरणकरणपरूवणा श्राघविजइ से तं पणे 6 ॥३॥सू० 34 ॥से किं तं समवाए ? समाए णं जीवा समासिज्जति, अजीवा समासिन्जंति, जीवाजीवा समासिज्जति सलमर समासिजति परसमए समासिजति ससमए परसमए समामिजति, लोए समासिजति, अलोए समासिजति, लोए अलोए समासिजति 1 / समपाए णं एगइाणं, एगुत्तरिपाणं गणगमयविवड्डिाणं भावाणं परूवणा श्राघविजइ, दुवालसविहस्स य गणिगिडगस्स पल्लवग्गे समासिज्जंति 2 / समवायस्स णं परित्ता वायणा संखिजा अणुयोगदारा संखिजा वेड्डा संखिजा सिलोगां संखिजायो निज्जुत्तीयो संखिजायो पडिवत्तीश्रो संखिजायो संगहणीयो 3 / से णं अंगठ्ठयाए चउत्थे अंगे एगे सुअसं एगे अन्झयणे एगे उद्देसणकाले एगे समुद्दे सणकाले एगे चोयाले पयसयसहस्से पयग्गेणं 4 / संक्खिजा अक्खरा अणंता गमा अणंता पजवा परित्ता तस्सा अणंता थावरा सासयकडनिबद्धनिकाइया जिणपन्नत्ता भावा आपविजंति पनविज्जंति परुविज्जति दंसिज्जति निदंसिज्जति उबदसिज्जति 5 / से एवं पाया से एवं नाया से एवं विनाया से एवं