________________ भीमदशकालिक-सूत्रम् / अध्ययनं 4 ] . संजया। पंत्रनिग्गहणा धीरा, निग्गंथा उज्जुदंसिणों // 11 // पायावयंति गिम्हेसु, हेमंतेमुअबाउडा / वासासु पडिसंलीणा, संजया सुसमाहिया // 12 // परिसह-रिउदंता, धूयमोहा जिइंदिया। सव्वदुक्खप्पहीणट्ठा, पकमंति महेसिणो // 13 // दुकराई करित्ताणं, दुस्सहाई सहेत्तु य / के इत्थ देवलोएसु, केइ सिझति नीरया // 14 // खवित्ता पुव्वकम्माई, संजमेण तवेण य / सिद्धिमग्गमणुपत्ता, ताइणो परिनिबुडे तिबेमि // 15 // . ॥इति तृतीयमध्ययनम् // 3 // // 4 // अथ श्रीपजीवनिकाऽध्ययनम् // सुग्रं मे पाउस ! तेणं भगाया एवमक्खायं, इह खलु छज्जीवणिया नानज्माणं समणेणं भगवया महावीरेणं कासवेणं पवेइया सुअक्खाया सुपन्नत्ता, सेयं मे अहिजिउं अज्झयणं धम्मपन्नत्ती // 1 // कयरा खनु सा छजीवणिया नामज्झयणं, समणेणं भगवया महावीरेणं, कासवेणं पवेझ्या, सुअक्खाया सुपन्नत्ता, सेयं मे अहिजिउं अज्झयणं धम्मपन्नत्ती ? // 2 // इमा खलु मा छजीवणिया नामज्झयणं / समणेणं भगवया महावीरेणं कासवेणं पवेइया सुक्खाया सुनता, सेयं मे अहिजिउं अज्झयणं धम्मपन्नत्ती // 3 // तं जहा-पुढविकाइया अाउकाइया, तेउकाइया, वाउकाइया, वणस्सइकाइया, ततकखाइया // 4 // पुढवी चित्तमंत-मक्खाया अणेग-जीवा, पुढोसत्ता अन्नत्थ सत्थपरिणएणं // 5 // याऊ चित्तमंत मरखाया अणेगजीवा, पुढोसत्ता अन्नस्थ सत्थपरिणएणं // 6 // तेऊ वित्तमंतमक्खाया श्रणेगजीवा, पुढोसत्ता अन्नत्थ सत्थपरिणएणं // 7 // वाउचित्तमंत-मक्खाया अणेगजीवा, पुढोसत्ता अन्नत्य सत्थपरिणएणं // 8 // वणस्सइ चित्तमंत-मक्खाया, अणेगजीवा / पुढोसत्ता अन्नत्थ सत्थपरिणयेणं // 1 // तंजहा-अग्गवीया, मूलबीथा. पोरबीया, खंधवीया बीयरुहा, संमुच्छिमा तणलया, वणस्सइकाइया, सबीया चित्तमंत-मक्खाया अणेगजीवा, पुढोसत्ता,